नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में सजा काट रही नलिनी श्रीहरन जेल से बाहर आ गई है। मद्रास हाईकोर्ट ने उसे 30 दिनों की पैरोल दी थी जिसके बाद गुरुवार को वह जेल से बाहर आ गई। हालांकि नलिनी ने हाईकोर्ट से 6 महीने की पैरोल मांगी थी ताकि बेटी की शादी की तैयारियां कर सके लेकिन कोर्ट ने सिर्फ 30 दिनों की मंजूरी दी थी।
आपको बता दें कि नलिनी की बेटी लंदन में रहती है। राजीव गांधी हत्याकांड मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे सात दोषियों में पेरारीवलन, मुरुगन, नलिनी, शांतन, रविचंद्रन, जयकुमार और रॉबर्ट पायस शामिल हैं। यह सभी 21 मई 1991 से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के संबंध में जेल में हैं।
राजीव गांधी की हत्या के मामले (Rajiv Gandhi Assassination Case) में दोषी नलिनी श्रीहरण (Nalini Sriharan) को वेल्लोर केंद्रीय जेल से गुरुवार को एक महीने की पेरोल पर रिहा कर दिया गया। नलिनी ने अपनी बेटी की शादी में इंतजाम करने के लिए अदालत से पेरोल की मांग की थी। नलिनी की बेटी हरिथ्रा का जन्म जेल में हुआ था और अभी ब्रिटेन में रह रही है।
मद्रास हाईकोर्ट ने पांच जुलाई को नलिनी को पेरोल दी थी। अदालत ने निर्देश दिया था कि राज्य सरकार उसके लिए एस्कॉर्ट खर्च का वहन करे। इससे पहले 28 साल में नलिनी को उसके पिता के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए केवल एक दिन की पैरोल दी गई थी।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरमुदुर में एक चुनावी रैली के दौरान एक महिला आत्मघाती हमलावर द्वारा हत्या कर दी गई थी।
पिछले साल सितंबर में तमिलनाडु सरकार ने राज्यपाल को नलिनी और छह अन्य दोषियों को रिहा करने की सिफारिश की थी। नलिनी के अलावा उनके पति मुरुगन, एजी पेरारिवलन, संथन, जयकुमार, रॉबर्ट पायस और रविचंद्रन इस मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं।