नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसबार लगातार अपने दूसरी ‘मन की बात’ में जल नीति के तहत जल को संरक्षण पर विशेष चर्चा की है। इसके साथ ही उन्होंने चंद्रयान-2 की सफल लॉन्चिंग, अंतरिक्ष और विज्ञान के प्रति बच्चों को प्रेरित करने के लिए क्विज प्रतियोगिता तथा अमरनाथ यात्रा तक के विषय पर विस्तार से बात की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर बेहद खुशी जताई है कि पिछले कार्यक्रम के दौरान उन्होंने जल संरक्षण पर जो बात की थी, उसका लोगों पर काफी असर पड़ा है। उन्होंने कहा है कि लोगों ने पानी बचाने के परंपरागत तरीकों को भी साझा करना शुरू किया है और मीडिया ने भी इसपर खास मुहिम शुरू करके लोगों को जागरूक करने का काम किया है। उन्होंने इस क्षेत्र में एनजीओ और बाकी लोगों के प्रयासों की भी जमकर तारीफ की है। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने अपनी जल नीति बनाने के लिए मेघालय की काफी सराहना की और साथ ही हरियाणा के बारे में कहा कि वहां के लोग ऐसी फसलों को प्रोत्साहन दे रहे हैं, जिसमें पानी की खपत कम होती है।
उन्होंने चंद्रयान-2 की सफल लॉन्चिंग का जिक्र कर कहा कि 2019 स्पेस के नजरिए से भारत के लिए बहुत ही लाभकारी साबित हुआ है। उनके मुताबिक जब श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग हुई तो उस नजारे पर देश ने बड़ा ही गर्व अनुभव किया। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण की तस्वीरों ने देशवासियों को गौरव, जोश और प्रसन्नता से भर दिया। पीएम ने बताया कि ये अभियान “चांद के बारे में हमारी समझ को और भी स्पष्ट करेगा। इससे हमें चांद के बारे में ज्यादा विस्तार से जानकारियां मिल सकेंगी। लेकिन, अगर आप मुझसे पूछें कि चंद्रयान-2 से मुझे कौन-सी दो बड़ी सीख मिली, तो मैं कहूंगा, ये दो सीख हैं -विश्वास और निर्भीकता।” इस दौरान प्रधानमंत्री ने विज्ञान को विकास का मार्ग बताते हुए युवाओं को एक क्विज प्रतियोगिता में शामिल होने का आह्वान भी किया। भारतीय स्पेस मिशन, विज्ञान और तकनीक इस प्रतियोगिता का आधार होगा, जिसकी पूरी जानकारी माइगॉव वेबसाइट पर दी जाएगी।
अपने कार्यक्रम में पीएम मोदी ने देश में बाढ़ की हालत पर भी चर्चा की और प्रभावित राज्यों को हर प्रकार की केंद्रीय सहायता देने का भरोसा दिलाया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “बाढ़ के संकट में घिरे उन सभी लोगों को मैं आश्वस्त करता हूं कि केंद्र राज्य सरकारों के साथ मिलकर प्रभावित लोगों को हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने का काम बहुत तेज गति से कर रहा है।” इस दौरान उन्होंने मानसून के दूसरे पहलुओं का भी जिक्र कहा कि इससे किसान, पक्षी, झरने चहकते हुए दिखाई पड़ते हैं और बारिश से लोगों को ताजगी और खुशी भी महसूस होती है।
इस दौरान मोदी ने अबकी बार अमरनाथ यात्रा की कामयाबी का भी खूब जिक्र किया उन्होंने कहा कि “आपको यह जानकर बहुत खुशी होगी कि इस बार अमरनाथ यात्रा में पिछले चार वर्षों में सबसे ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए हैं। एक जुलाई से अब तक तीन लाख से अधिक तीर्थयात्री पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन कर चुके हैं। 2015 में पूरे 60 दिनों तक तक चलने वाली इस यात्रा में जितने तीर्थयात्री शामिल हुए थे, उससे अधिक इस बार सिर्फ 28 दिनों में शामिल हो चुके हैं। अमरनाथ यात्रा की सफलता के लिए, मैं खासतौर पर जम्मू-कश्मीर के लोगों और उनकी मेहमानवाजी की भी प्रशंसा करना चाहता हूं। जो लोग भी यात्रा से लौटकर आते हैं, वे राज्य के लोगों की गर्मजोशी और अपनेपन की भावना के कायल हो जाते हैं।”
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