नई दिल्ली : आर्टिकल 370 हटाने से पाकिस्तान इतना बौखला गया है कि वह एक के बाद एक लगातार बेतुके कदम उठा रहा है। भारत के साथ रिश्तों को डाउनग्रेड करने और पाकिस्तान के भारत के राजदूत को वापस भेजने के बाद पाकिस्तान ने समझौता एक्स्प्रेस को वाघा बॉर्डर पर ही रोक दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आज पाकिस्तान से समझौता एक्सप्रेस को वापस आना था, लेकिन पाकिस्तान ने उसे वाघा बॉर्डर पर रोक दिया। इससे कई लोग वाघा बॉर्डर पर फंस गए। इसके अलावा पाकिस्तान ने भारतीय फिल्मों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।
पाकिस्तान ने भारत की सीमा में अपने गार्ड और ड्राइवर को भेजने से इनकार कर दिया। उसने भारत से कहा कि वह अपना ड्राइवर और गार्ड भेजे। पाकिस्तान की इस हरकत से यात्री ट्रेन में असमंजस की स्थिति में फंस गए। भारत ने बाद में कहा कि वह अपना गार्ड और ड्राइवर भेजकर ट्रेन को अपनी सीमा में लाएगा।
Punjab:Train engine for Samjhauta Express leaves from Attari railway station,for Pak. Station Master says “Services haven’t stopped. Pak’s driver&guard refused to come to India. So they sent us message to send engine with Indian crew&guard. They’ll go with engine&bring the train” pic.twitter.com/L655YLrMaU
— ANI (@ANI) August 8, 2019
उसने पुलवामा हमले की प्रतिक्रिया में भारत की ओर से हुए एयर स्ट्राइक के बाद भी समझौता एक्सप्रेस की आवाजाही रोक दी थी, जिसे बीते 4 मार्च को बहाल किया गया था। अब उसने फिर से इसे रोकने का ऐलान किया। उसने बुधवार को भारत के साथ व्यापार रोकने और राजनयिक संबंधों में कटौती की घोषणा की थी।
बहरहाल, पाकिस्तान के क्रू गार्ड ने ट्रेन बाघा पर खड़ी कर दी। पाकिस्तान ने सुरक्षा कारणों से ट्रेन को अटारी लाने में असमर्थता जताई। भारत की नॉर्दर्न रेलवे ने उन्हें आश्वस्त किया कि सुरक्षा का कोई खतरा नहीं है। लेकिन, पाकिस्तानी ड्राइवर ने कहा कि वह अपनी तरफ से आश्वस्त होने के बाद ही ट्रेन अटारी तक ले जाएंगे, नहीं तो वहां से इंडियन क्रू गार्ड को ही भारत की सीमा में लाना पड़ेगा।
समझौता एक्स्प्रेस सप्ताह के दो दिन दिल्ली और अटारी से पाकिस्तान के लाहौर के बीच चलती है। लाहौर से वह सोमवार और गुरुवार को खुलती है। यह ट्रेन दोनों देशों के बीच हुए शिमला समझौते के बाद 22 जुलाई, 1976 को शुरू हुई थी। पहली ट्रेन अमृतसर से खुली थी और करीब 52 किलोमीटर दूरी तय करते हुए लाहौर पहुंची थी।
तमाम प्रतिबंधों के बाद पाकिस्तान ने अपने यहां भारतीय फिल्मों पर भी रोक लगा दी है। पाक पीएम इमरान खान की सूचना एवं प्रसारण मामले पर विशेष सलाहकार डॉक्टर फिरदौस आशिक अवान ने बताया, ‘पाकिस्तान के सिनेमाघरों में कोई भी हिंदुस्तानी फिल्म नहीं दिखाई जाएगी।’
दरअसल, जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले भारत के संविधा के आर्टिकल 370 खत्म किए जाने से पाकिस्तान की इमरान सरकार कट्टरपंथियों और सेना के जबर्दस्त दबाव में आ गई है। पाकिस्तान में भारत के इस फैसले को इमरान सरकार की नाकामी के रूप में देखा जा रहा है। यही वजह है कि पाकिस्तान सरकार को आर्टिकल 370 खत्म किए जाने के विरोध में कड़ा रवैया अपनाने का दिखावा करना पड़ रहा है।