मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में नारी उत्थान केंद्र द्वारा कराया गया एक समझौता इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, समझौते के तहत आपसी मतभेद भुलाकर एक कंपाउंडर की तीन बीवियां एक साथ रहेंगीं। जिसके बाद पुलिस ने शिकायत की फाइल बंद कर दी है। बता दें कि नारी उत्थान केंद्र की प्रभारी संध्या रावत ने बताया कि दोनों ही कंपाउंडर और उसकी तीनों बीवियों को नारी उत्थान केंद्र बुलाया गया था। यहां पर काउंसलिंग की गई तो तीनों बीवियां साथ-साथ रहने के लिए राजी हो गईं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मामल मुरादाबाद के सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। यहां रहने वाली महिला ने बताया कि उसका निकाह मार्च 2019 में मुगलपुरा में रहने वाले युवक से हुआ था। उन्होंने बताया कि पति की पहले से ही दो बीवियां थीं। इसकी जानकारी होने के बाद भी उसने निकाह किया था। लेकिन निकाह के बाद पति की दूसरी बीवी उससे झगड़ा करने लगी। दबाव बनाने लगी कि वह पति को तलाक देकर उससे अलग हो जाए। ऐसा न करने पर जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद महिला ने एसएसपी से शिकायत की।
शिकायत के बाद एसएसपी ने मामले की जांच नारी उत्थान केंद्र भेज दी। नारी उत्थान केंद्र की प्रभारी संध्या रावत ने बताया कि दोनों ही कंपाउंडर और उसकी तीनों बीवियों को शुक्रवार को नारी उत्थान केंद्र बुलाया गया था। यहां पर काउंसलिंग की गई तो तीनों बीवियां साथ-साथ रहने के लिए राजी हो गईं। उन्होंने बताया कि गलतफहमी होने के कारण वे एक दूसरे से झगड़ने लगी थीं, उनको अब कोई आपत्ति नहीं है। कंपाउंडर ने बताया कि वह तीनों बीवियों को एक साथ रखेगा। दोबारा झगड़ा न करने के लिखित आश्वासन मिलने के बाद इस मामले में समझौता हो गया है।