वैसे तो हम सभी सेक्स, प्यार और रोमांस को जवां रखने के लिए आप सेक्स के दौरान कई प्रयोग करते होंगे। लेकिन इन प्रयोगों के दौरान की गई मामूली सी लापरवाही आपके लिए भारी पड़ सकती है।
‘वुमन ऑन टॉप’ या ‘काऊगर्ल’ पोजीशन संभोग के दौरान लड़कों के लिए सबसे खतरनाक हो सकती है। जंहा एक नए शोध में जब सेक्स के दौरान लड़कों के शिश्न भंग का कारण पता लगाया गया, तो पता चला है कि 50 प्रतिशत मामलों में यह खतरनाक पोजीशन जिम्मेदार है।
इसकी तुलना में ‘डॉगी स्टाइल’ में सिर्फ 29 प्रतिशत चोट का खतरा है, जबकि ‘मैन ऑन टॉप’ या ‘मिशनरी स्टाइल’ में किसी भी प्रकार की चोट का खतरा मात्र 21 प्रतिशत है।
मिली जनाकारी के मुताबिक शल्यक्रिया से जुड़ी रिसर्चों में शोधकर्ताओं की धारणा है कि जब किसी पुरुष का लिंग तना हुआ हो तो तब महिला का पूरा भार पुरुष के शरीर के ऊपर होने से वो दर्दनाक परिस्थितियों में असहाय हो सकता है।
इसके ठीक विपरीत अगर सेक्स के दौरान पुरुष ऊपर हो तो किसी भी दर्दनाक परिस्थिति में वो तुरंत अलग हो सकता है। ब्राजील के कम्पिनस में 3 अस्पतालों में 13 सालों तक 42 शिश्न भंग के मामलों की जांच की गई और प्रारम्भिक कारणों को खोजने का प्रयास किया गया।
इनमें से 28 लड़के विषमलैंगिक सम्भोग का प्रयास कर रहे थे, 6 अपने लिंग के साथ छेड़छाड़ कर रहे थे और 4 समलैंगिक (होमोसेक्सुअल) सम्भोग कर रहे थे। बचे हुए 5 लड़कों की चोट का कारण साफ तौर पर पता नहीं चल पाया।
साथ ही इस बात का पता चला है कि शोध में शामिल घायलों में से आधों ने चोट लगने के दौरान कुछ टूटने जैसी आवाज सुनी। उसके बाद उन्होंने सूजन के साथ दर्द भी महसूस किया। 2 घायलों ने तो चोट के दौरान अपने लिंग में शिथिलता भी महसूस की।
जाहिर है कि लिंग में चोट लगना घायल के लिए डर और शर्मिंदगी का अनुभव होता है। लेकिन अगर कभी भी आप सेक्स के बाद अपने लिंग में दर्द महसूस करें तो विशेषज्ञों की राय जरूर लें।
इसी शोध के अनुसार चिकित्सक सहायता खोजने में देरी होने से आपके यौन अंग खराब भी हो सकते हैं।