दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट जिले के कई इलाकों में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जारी हिंसा के बीच भारतीय जनता पार्टी के सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर की प्रतिक्रिया आई है।
गौतम गंभीर ने कहा कि कपिल मिश्रा हों या किसी भी पार्टी के नेता, जिन्होंने भड़काने वाला भाषण दिया है, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
दरअसल, दिल्ली के जाफराबाद-मौजपुर के इलाकों में सोमवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष हुआ, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में गौतम गंभीर ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह इंसान कौन है, चाहे वह कपिल मिश्रा हो या कोई भी, किसी भी पार्टी से संबंधित हो, अगर उसने कोई भड़काऊ भाषण दिया है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
गौतम गंभीर ने आगे कहा कि मैं यह कभी बर्दास्त नहीं करूंगा कि लोगों को उकसाने के लिए भाषण दिए जाएं। यहा कोई अपना-पराया नहीं है, आप किसे उकसा रहे हैं? हमें स्थिति को संभालने की जरूरत है। अगर आप वर्दी वाले लोगों के साथ ऐसा बर्ताव करेंगे तो फिर आम आदमी खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा? जिन लोगों ने यह किया है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
दरअसल, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रविवार को सड़क अवरुद्ध कर दी थी जिसके बाद जाफराबाद में सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच झड़प शुरू हो गई थी।
दिल्ली के कई अन्य इलाकों में भी ऐसे ही धरने शुरू हो गए। मौजपुर में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने एक सभा बुलाई थी जिसमें मांग की गई थी कि पुलिस तीन दिन के भीतर सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटाए।
इसके तुरंत बाद दो समूहों के सदस्यों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसके चलते पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।