संजय सिंह ने लिखा है- जो 3 मुकदमे होने पर संसद में रो पड़े थे, उन्होंने 9 दिन में मुझपर 9 मुकदमे कर दिए। यूपी में अब सच बोलने का इनाम ‘मुक़दमा’ बन चुका है। सरकार से सवाल पूछने पर कभी पत्रकारों पर, कभी अधिकारियों पर तो कभी जनसेवकों पर मुक़दमा कर दिया जाता है। ऐसा अत्याचार तो अंग्रेजों ने भी नहीं किया।
आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है।
संजय सिंह पर मुकदमा दर्ज होने पर उनका बयान आया है। अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से उन्होंने एक पोस्ट शेयर की है।
इसमें संजय सिंह ने लिखा है- मैं आज उत्तर प्रदेश की जनता से यह वादा करता हूं कि 9 क्या अगर यह 900 मुकदमे भी कर लें तो मैं जन सरोकार की राजनीति नहीं छोड़ूंगा। इस ‘अघोषित आपातकाल’ में आप सभी का सहयोग जरूरी है, आपका सहयोग ही तानाशाही के अंत का कारण बनेगा। इस सम्बंध में मैंने राज्यसभा के सभापति महोदय (उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू) को चिट्ठी भी लिखी है।
संजय सिंह ने ट्विटर पर लिखा- मैं भी उत्तर प्रदेश का बेटा हूं। यहीं की मिट्टी में पला बढ़ा और यहीं का पानी पीया। यहां का हर घर मेरा घर है और बच्चा-बच्चा मेरा परिवार है। अतः यहां की समस्याओं पर बोलने और सरकार से सवाल पूछने का हक मुझे जनप्रतिनिधि होने से पहले यहां का निवासी होने के कारण है। उसे कोई छीन नहीं सकता।
आप नेता संजय सिंह ने लिखा है- जो 3 मुकदमे होने पर संसद में रो पड़े थे, उन्होंने 9 दिन में मुझपर 9 मुकदमे कर दिए। यूपी में अब सच बोलने का इनाम ‘मुक़दमा’ बन चुका है। सरकार से सवाल पूछने पर कभी पत्रकारों पर, कभी अधिकारियों पर तो कभी जनसेवकों पर मुक़दमा कर दिया जाता है। ऐसा अत्याचार तो अंग्रेजों ने भी नहीं किया।
बता दें कि अलग अलग धाराओं के तहत संजय सिंह पर उत्तर प्रदेश में मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिसके बाद से संजय सिंह ने योगी आदित्यानाथ सरकार पर निशाना साधा है। ट्विटर पर इसको लेकर कई पोस्ट उन्होंने किए हैं।