नई दिल्ली : भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट (Pink Ball Test) अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में खेला जाएगा. यह डे-नाइट टेस्ट पिंक बाॅल से होगा. यहां की पिच को चेन्नई की तरह स्पिन गेंदबाजों के अनुकूल बताई जा रही है. यहां के रिकॉर्ड को देखें तो यहां की पिच हमेशा से स्पिन गेंदबाजों को मदद देने वाली ही रही है. यहां खेले 12 टेस्ट की बात की जाए हमारे स्पिन गेंदबाजों ने तेज गेंदबाजों के मुकाबले दोगुने विकेट लिए हैं. ऐसे में सीरीज में अब तक 17 विकेट लेकर टॉप पर चल रहे ऑफ स्पिनर आर अश्विन एक बार फिर अहम रहने वाले हैं. सीरीज अभी 1-1 से बराबर है.
इंग्लैंड की टीम मोटेरा स्टेडियम में हमें टेस्ट मैच में नहीं हरा सकी है. दोनों के बीच मैदान पर दो टेस्ट खेले गए हैं. एक मैच टीम इंडिया ने जीता है. एक मैच ड्रॉ रहा है. हमारे स्पिनर्स ने यहां खेले 12 मैचों में 32 की औसत से 123 विकेट लिए हैं. 8 बार पांच विकेट जबकि 3 बार 10 विकेट लेने का कारनामा किया है. इतना ही नहीं स्पिनर्स ने फेंके 1622 अोवर में से 400 ओवर मेडन डाले हैं. अब तक हमारे 32 स्पिनर्स यहां गेंदबाजी कर चुके हैं. अब अपने तेज गेंदबाजाें के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो उन्होंने यहां 12 मैच में सिर्फ 59 विकेट ले सके हैं. दो बार पांच और एक बार 10 विकेट लिए हैं. यानी स्पिन गेेंदबाजों से विकेट के मामले में विकेट लगभग 50 फीसदी पीछे हैं. औसत लगभग 35 का है. 26 तेज गेंदबाजों ने 737 ओवर डाले हैं और इनमें से 157 ओवर मेडन रहे हैं. यानी यहां स्पिन गेंदबाजों ने तेज गेंदबाजों के मुकाबले दोगुने ओवर भी फेंके हैं.
इंग्लैंड के स्पिनर्स ने तेज गेंदबाजों के मुकाबले तिगुने विकेट लिए हैं
इंग्लिश टीम ने मैदान पर दो टेस्ट खेले हैं. इन मुकाबलों में इंग्लैंड के 9 तेज गेंदबाजों ने 147 ओवर में सिर्फ 5 विकेट ले सके हैं. एक पारी में दो विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. औसत 82 का है. इंग्लिश स्पिन गेंदबाजों की बात की जाए तो उन्होंने 225 ओवर में 15 विकेट लिए हैं. यानी तेज गेंदबाजों के मुकाबले स्पिनर्स तिगुने विकेट. दो पारी में पांच विकेट भी लिए हैं. औसत लगभग 40 का है. इस तरह से स्पिन विभाग हो या तेज गेंदबाजी विभाग. भारत के गेंदबाजों को इंग्लैंड पर बढ़त है. इसी कारण टीम इंडिया का पलड़ा इस मैच में भारी माना जा रहा है.