बैंक संबंधी आपका कोई जरूरी काम बच गया है तो अभी दो दिन यानी सोमवार और मंगलवार को बैंक जाने का विचार त्याग दीजिए। कारण – बैंकों में दो दिन की हड़ताल है। विभिन्न बैंकों और कर्मचारी संगठनों के करीब 10 लाख कर्मचारी दो दिन काम नहीं करेंगे। ये आम बजट में बताई गई सरकार की उस प्लानिंग का विरोध कर रहे हैं, जिसमें दो सरकारी बैकों के निजीकरण का जिक्र है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियन की अगुवाई में इस हड़ताल का आह्वान किया गया है। इससे बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होंगी। सबसे ज्यादा असर जमा और निकासी, चेक क्लीयरेंस और ऋण स्वीकृति जैसी सेवाओं पर पड़ेगा। हालांकि उम्मीद की जा रही है कि एटीएम सामन्यरूप से काम करेंगे।
एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक और इंडसइंड बैंक जैसे निजी बैंकों की सेवाओं में लगभग एक तिहाई बैंकिंग सेवाओं के सामान्य रहने की उम्मीद है।
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के साथ ही कई सरकारी बैंकों ने अपने ग्राहकों को अलर्ट किया है कि हड़ताल के कारण सामान्य कामकाज प्रभावित हो सकता है। हालांकि ये सभी बैंक हालात सामान्य रखने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं।
हड़ताल में शामिल हैं ये संगठन: ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन (एआईबीईए), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कंफेडरेशन (एआईबीओसी), नेशनल कंफेडरेशन ऑफ बैंक इम्प्लॉइज (एनसीबीई), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए), बैंक इम्प्लॉइज कंफेडरेशन ऑफ इंडिया (बीईसीआई), इंडियन नेशल बैंक एम्पलाईज फेडरेशन (आईएनबीईएफ), इंडियन नेशनल बैंक आफीसर्स कांग्रेस (आईएनबीओसी), नेशनल आर्गनाइजेशन आफ बैंक वर्कर्स (एनओबीडब्ल्यू), नेशन आर्गनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफीसर्स (एनओबीओ) के 10 लाख से अधिक अधिकारी कर्मचारी हड़ताल पर हैं।