अहमदाबाद : सोमनाथ मंदिर के पास खड़े होकर उसे लूटने वाले महमूद गजनवी को इस्लाम का नेक इंसान बताने वाला वीडियो बनाकर उसे वायरल करने वाले इरशाद रशीद को हरियाणा के पानीपत से गिरफ्तार कर लिया गया है। इसमें वह कहता है कि आज गजनवी को चोर-लुटेरा कहा जाता है। लेकिन वह इस्लाम का गौरव है। गुजरात के ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर खड़े होकर मौलाना इरशाद रशीद ने एक वीडियो बनाकर वायरल किया।
सोमनाथ ट्रस्ट के प्रबंधक विजय सिंह चावडा ने इस संबंध में पुलिस को एक शिकायत दर्ज कराई। इसके आधार पर पुलिस ने उसे पानीपत से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, पुलिस ने आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं की है। इरशाद ने जो वीडियो वायरल किया, उसमें वह समुद्र किनारे खड़े होकर सोमनाथ मंदिर की ओर इशारा करते हुए कहता है कि यह वही मंदिर है, जिसे महमूद गजनवी व मुहम्मद कासिम ने फतह किया था। कासिम ने अपनी सेना के साथ इसी सागर को पार कर भारत को जीत लिया था। यह वही समुद्र है जो पाकिस्तान को भारत से जोड़ता है। गजनवी को इस्लाम का नाम रोशन करने वाला तथा महान पुरुष बताते हुए इरशाद आगे कहता है कि उसके इतिहास को पढ़ना व पढ़ाना चाहिए।
इरशाद महमूद गजनवी को महान पुरुष बताने वाला पानीपत का इरशाद रशीद कुटानी रोड पर मदरसे में पढ़ाता है। उसकी गिरफ्तारी के बाद से उससे जुड़े लोग खास हैरान नहीं हैं। उनका कहना है कि वाट्सएप और फेसबुक पर वह इस तरह की आपत्तिजनक बातचीत करता रहता था। उसे कई बार टोका गया, लेकिन नहीं माना। अब मंदिर के सामने खडे़ होकर अपना वीडियो वायरल कर दिया। वीडियो पुराना है लेकिन खतरा था ही कि वह पकड़ा जाएगा।
इरशाद ने कहा है कि चार मई, 2019 को वह गुजरात गया था। सोमनाथ भी घूमने गया। उस दौरान यह वीडियो बनाया था। सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट ने उसके खिलाफ शिकायत की तो उसने दूसरा वीडियो बनाकर जारी कर दिया। इसमें वह अपनी बातों का गलत अर्थ निकालने की बात करने लगा है। वह कहता है कि मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा सब पूजा स्थल हैं। बस सबके तरीके अलग-अलग हैं। उसका मकसद मंदिर का अपमान करना या किसी की भावना को आहत करना नहीं था।