लखनऊ : पांच चुनावी राज्यों में बेरोजगारी का मुद्दा भाजपा के गले की फांस बन सकता है। त्योहारी सीजन बीतने के साथ ही बेरोजगारी दर दुबारा बढ़ने लगी है। इस समय पूरे देश में बेरोजगारी दर 7.2 प्रतिशत हो गई है। औद्योगिक कामकाज वाले शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर रिकॉर्ड 8.5 प्रतिशत तक पहुंच गई है तो ग्रामीण क्षेत्रों में बुवाई का सीजन होने के बाद भी बेरोजगारी दर 6.6 प्रतिशत हो गई है। चुनावी राज्य यूपी में बेरोजगारी दर 4.8 प्रतिशत तो गोवा में 12.7 प्रतिशत हो चुकी है। भाजपा शासित इन राज्यों में सरकार को बेरोजगार युवाओं का गुस्सा झेलना पड़ सकता है।
वरूण गांधी ने उठाया सवाल
बेरोजगार युवा नौकरियों को लेकर जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी समस्याओं का समाधान मिलने की जगह पुलिस उन पर लाठियां बरसा रही है। इससे समस्या सुलझने की बजाय और अधिक गंभीर होती जा रही है। बेरोजगारों पर हुए लाठी चार्ज का मुद्दा उठाते हुए भाजपा सांसद वरूण गांधी ने कहा है कि ये बेरोजगार युवा भी भारत मां के बेटे हैं। इनकी बात मानना तो दूर, कोई इनकी बात सुनने तक को तैयार नहीं है।
पुलिस द्वारा बेरोजगार युवाओं के पीटे जाने का एक वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि अपने दिल पर हाथ रखकर सोचिए कि यदि ये आपके बच्चे होते तो क्या तब भी आप इनके साथ यही व्यवहार करते। उन्होंने सवाल किया है कि यदि सरकार के रिक्तियां भी हैं और योग्य अभ्यर्थी भी, तो सरकारी नौकरियों की भर्तियां क्यों नहीं की जा रही हैं। वरूण गांधी इसके पहले भी युवाओं को लेकर अपनी आवाज उठा चुके हैं।
आंकड़ों की कहानी
सीएमआईई के आंकड़ों के अनुसार, चार दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह में बेरोजगारी दर 7.2 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है। सबसे ज्यादा शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी का बढ़ना सरकार के लिए चिंता का कारण बना हुआ है। भाजपा के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी दर 4.8 प्रतिशत हो गई है। वहीं, पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में 3.1 प्रतिशत है, जबकि पंजाब में बेरोजगारी दर 6.6 हो गई है। इसी प्रकार गोवा में बेरोजगारी दर 12.7 प्रतिशत हो गई है। देश की राजधानी दिल्ली में बीते सप्ताह में बेरोजगारी दर 9.3 तक पहुंच चुकी है।
यहां पर सबसे ज्यादा बेरोजगारी
इन राज्यों के अलावा जिन राज्यों में बेरोजगारी दर ज्यादा है, उनमें हरियाणा 29.3 प्रतिशत, जम्मू-कश्मीर 21.4 प्रतिशत, राजस्थान 20.4 प्रतिशत, बिहार 14.8 प्रतिशत, हिमाचल प्रदेश 13.6 प्रतिशत, त्रिपुरा 13.4 प्रतिशत, झारखंड 11.2 प्रतिशत और केरल 7.1 प्रतिशत हैं। हालांकि, कुछ राज्यों में बेरोजगारी दर बहुत कम है। इनमें ओडिशा 0.6 प्रतिशत, मेघालय 0.8 प्रतिशत, गुजरात 1.4 प्रतिशत, मध्यप्रदेश 1.7 प्रतिशत और कर्नाटक 2.8 प्रतिशत हैं।