मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पिछले करीब 45 दिनों से किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया है और न ही दफ्तर आ रहे हैं। दरअसल, बीते दिनों उनके गले का ऑपरेशन हुआ था, जिसके बाद से वे स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। मुख्यमंत्री के डेढ़ महीने से अधिक समय से दफ्तर नहीं आने पर अब महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को स्वस्थ होने तक अपना प्रभार किसी और को सौंप देना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान उनकी अनुपस्थिति सही नहीं मानी जाएगी। पाटिल ने आगे कहा कि उद्धव कांग्रेस और एनसीपी पर भरोसा नहीं है तो राज्य मंत्री और अपने बेटे आदित्य ठाकरे को प्रभार सौंप दें। उन्होंने कहा कि प्रशासन बिना मुख्यमंत्री के नहीं चल सकता है, हर काम के लिए सीएम चाहिए। ऐसे में किसी और को यह चार्ज देना चाहिए। पाटिल ने कहा कि सबसे सही यह रहेगा कि आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बना सकते हैं।
वहीं मुख्यमंत्री उद्धव के बेटे और मंत्री आदित्य ठाकरे ने पाटिल के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा है कि मेरे पापा बिल्कुल स्वस्थ हैं और कुछ दिनों में काम पर लौट जाएंगे। उन्होंने पाटिल के बयान को निराधार बताया।
वहीं, चंद्रकांत पाटिल के बयान पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि अगर सीएम उद्धव की तबीयत सही नहीं है और मुख्यमंत्री किसी और को बनाना है तो देवेंद्र फडणवीस को बना लें। भाजपा और शिवसेना का ढाई-ढाई साल वाला फार्मूला यहां पर आकर दोनों साथ आ सकते हैं।
इधर चंद्रकांत पाटिल के बयान पर एनसीपी सांसद फौजिया खान ने कहा कि पाटिल को अपनी हद में रहना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि आखिर वह कैसे तय कर सकते हैं कि सीएम कौन बनेगा या कौन नहीं बनेगा? यह तो उद्धव की इच्छा पर निर्भर है।
सीएम उद्धव ठाकरे सर्वाइकल स्पाइन सर्जरी से उबर रहे हैं, जिसके लिए उन्हें लगभग 21 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था। मंगलवार को, ठाकरे ने सत्र की पूर्व संध्या पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक कैबिनेट बैठक और विधायकों के लिए एक चाय पार्टी में भाग लिया।