खंडवा : लगातार हो रहे ऑनलाइन ठगी के मामले सामने आने के बाद अब इस से नियतने के लिए खंडवा पुलिस अलर्ट हो गई है। ऑनलाइन ठगी लोगो को बचने के लिए और इस से लोग जागरूक रहे इसके लिए पुलिस साइबर सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत की है इसमें पुलिस शहर की सभी स्कूलों के बच्चों को ऑनलाइन साइड्स का किस तरह इस्तेमाल किया जाए इसके टिप्स दे रही है। आज खंडवा के केंद्रीय विद्यालय सहित शहर की अन्य स्कूलों में साइबर कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें अतरिक्त पिलिस अधीक्षक सीमा आलावा , सिटी एसपी ललित गठरे एवं कोतवाली टीआई बलजीत सिंह ने स्कुल के छात्रों को ऑनलाइन ठगी से बचने के तरीके बताए।
साइबर अपराध से बचने के लिए समाज को जागरूक बनाने के 4 जनवरी से 10 जनवरी तक साइबर सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इस सप्ताह के दौरान जागरूकता के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। डिजीटल युग में ऑनलाइन अपराधों को रोकने के उद्देश्य से इस का आयोजना किया जा रहा हैं। कोरोना काल में स्कूल की पढाई भी ऑनलाइन हो रही है ऐसे में इस साइबर सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत भी स्कूलों से ही की गई हैं। केंद्रीय विद्यालय में आयोजित इस साइबर सुरक्षा सेमिनीर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा आलावा ने छात्रों को साइबर ठगी से बचने और साइबर ठगों को बेनकाब करने के तरीके बताए। अडिशनल एसपी ने बताया कि सोशल साइड्स पर फॉलोवर और वीवर्स बढ़ाने की होड़ रहती है ऐसे में लोग अनजान लोगों को अपनी फ्रेंड लिस्ट में जगह दे देते है जिस अपराधी किस्म के लोग साइबर अपराध घटित करते हैं।
इधर स्कूली छात्रों ने जानकारी को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि कोरोना काल ने ऑनलाइन स्कूल का छात्रों में बहुत चलन हैं। जब क्लास में कुछ समझ नहीं आता तो हम सब्जेक्ट को ऑनलाइन तलाश करने लगते हैं। इस दौरान जानकारी की आभाव में गलत लिंक ओपन कर लेते है ऐसे में ऑनलाइन ठगी का शिकार होने की सम्भावना बानी रहती हैं। लेकिन आज इस साइबर सुरक्षा सप्ताह में जो जानकारी मिली है इसके माध्यम से हम ऑनलाइन ठगी से बचा सकते है।
डेबिट कार्ड बदलने, कार्ड हैक करने, लाटरी लगने के तरीके पहले अपनाए जाते थे। अब अपराधी रिश्तेदार बताकर गूगल पे नंबर पूछकर, खुद सिक्योरिटी अफसर बताकर, ओएलएक्स पर सामान बेचने के नाम पर भी ठगी कर रहे हैं।
ऐसे होती हैं ऑनलाइन ठगी
*ऑनलइन गेम की लिंक के माध्यम से
*ऑनलाइन लॉटरी के नाम पर
*अनजान व्यक्ति को OTP देने से
*अनजान लिंक को किल्क करने से
*ऑनलाइन फ्री रिचार्ज के नाम पर
*ऑनलाइन इनाम का लालच देकर
*ऑनलाइन डेबिट कार्ड बदलने के नाम पर
*ऑनलाइन KYC के नाम पर
*ATM कार्ड हैक करके
* रिश्तेदार बताकर गूगल पे नंबर पूछकर
*ऑनलाइन सामान बेचने और खरीदने के नाम पर
किसी अनजान व्यक्ति को अपने बैंक खाते से जुडी कोई भी जानकारी न दें। न ही किसी लिंक पर क्लिक करें। ठग वारदात करने के लिए फर्जी फोन नंबरों का इस्तेमाल कर रहे हैं।