खंडवा : चलती ट्रेन में एक बैग से बदबू आने के बाद जब उसे खोल कर देखा तो सभी की आंखे फटी रह गई। बैग में विलुप्त प्रजाति के 7 गिद्ध बंद थे। जिन्हें तस्करी कर यूपी से महाराष्ट्र भेजा जा रहा था। इस मामले में पकड़ा गया शख्स तस्कर के लिए कॅरियर का काम कर रहा था। उसे इसके एवज 10 हजार रूपये मिलने थे। लेकिन आरपीएफ को सचूना लगते ही गिद्ध तस्कर को खंडवा रेल स्टेशन पर गिरफ्त में ले लिया गया। गिद्ध की तस्करी का मध्यप्रदेश में यह पहला मामला है। सभी गिद्ध वन विभाग को सुपुर्द कर दिए।
देर रात खंडवा रेलवे स्टेशन पर एक गिद्ध तस्कर को पकड़ा गया। तस्कर के कब्जे से विलुप्त प्रजाति के 7 गिद्ध पकड़े गए है। ट्रेन में एक यात्री को बदबू आई तो उसने आरपीएफ को सूचना दी। यात्री ने संदेह जताया की बैग में कुछ आपत्तिजन वास्तु है। खंडवा आरपीएफ टीआई जयसिंह ने जब कार्यवाही की तो गिद्धों की तस्करी देख वह भी हैरान रह गए। गिद्धों से भरे बैग को यूपी के उन्नाव से महाराष्ट्र के मनमाड़ ले जाया जा रहा था।
थाना आरपीएफ टीआई जयसिंह ने बताया 18 जनवरी को गाड़ी क्रमांक 12144 अप के S12 में ऑन डयूटी TTE ने एक व्यक्ति के थैले में पक्षी होने की सूचना दी। खंडवा स्टेशन पर गाड़ी के S-12 कोच की घेराबंदी कर चेकिंग की। यहां एक व्यक्ति के पास प्लास्टिक के थैले में रखे गिद्ध उतारे गए। तस्कर के साथ गिद्धों को आरपीएफ थाने लाया गया। पूछताछ में तस्कर ने अपना नाम फरीद शेख पुत्र बसीर अहमद शेख (60) निवासी उन्नाव (यूपी) का होना बताया।
यूपी से माहराष्ट्र हो रही थी गिद्धों की तस्करी
तस्कर फरीद शेख के मुताबिक उसे कानपुर स्टेशन पर समीर खान नाम के व्यक्ति ने यह गिद्ध दिए थे। जिसे मनमाड़ तक पहुंचाना था। इन गिद्धों को मनमाड़ में हासिम निवासी मालेगांव को देना था। इसके एवज में 10 हजार रुपए मिलने थे । ट्रेन में बदबू आने के बाद यात्रियों की शिकायत पर खंडवा स्टेशन पर कार्रवाई हुई।
विलुप्त होती इजिप्टियन प्रजाति के 4 नर, 3 मादा गिद्व
वन विभाग खंडवा के एसडीओ आरएस सोलंकी ने बताया कि तस्कर के पास थैले से मिले 7 इजिप्टियन प्रजाति (White Scavenger Vulture) के हैं । वन विभाग के अनुसार उसमें 4 नर व 3 मादा थे। आरोपियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर मामला जांच में लिया गया है। वन विभाग के अफसरों का कहना है कि, गिद्धों की तस्करी का मध्यप्रदेश में यह पहला मामला हुआ है। गिद्धों के उपयोग को लेकर जांच की जा रही है। संभवत: संभ्रान्त परिवार इन्हें पालते हो या ये मांसाहारी होने की वजह से भोजन के रूप में इनका उपयोग होता होगा। जल्द मामले में खुलासा किया जाएगा। जादू-टोने का भी एंगल देखा जा रहा है।