नई दिल्लीः राष्ट्रपति मुर्मू पर अशोभनीय टिप्पणी के बाद विपक्ष की आलोचना झले रहे अधीर रंजन चौधरी का अब अपनी ही पार्टी में विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने बिना उनका नाम लिए निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जेंडर के चक्रव्यूह में खोने का कोई मतलब नहीं है। उनकी यह टिप्पणी तब आई है, जब अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उनकी हिंदी कमजोर है और उनसे गलती हो गई।
मनीष तिवारी ने एक ट्वीट के जरिए कहा, महिला हो या पुरुष अगर कोई भी संवैधानिक पद पर आसीन है, वह समान रूप से माननीय है। उसे और उसके पद को सम्मान देना ही चाहिए। विशेष पद पर बैठा व्यक्ति, उसी पद के अनुरूप हो जाता है। जेंडर के चक्रव्यूह में खो जाने का कोई मतलब नहीं है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी की अशोभनीय टिप्पणी को लेकर गुरुवार को लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान सत्तापक्ष और कांग्रेस नेताओं के बीच कई बार जुबानी जंग होती देखी गई। सदन की कार्यवाही के दौरान करीब चार मिनट तक केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस को जमकर घेरा। नोंकझोंक के दौरान सोनिया गांधी और स्मृति ईरानी के बीच मामला काफी बढ़ गया।
बीजेपी की सीनियर नेता निर्मला सीतारमण ने सोनिया गांधी पर सदन के अंदर बीजेपी नेताओं को धमकाने का आरोप लगाया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ”सदन में जब श्रीमती सोनिया गांधी जी ने हमारी वरिष्ठ महिला सांसद रमा देवी से आकर बात की, तब एक और सांसद ने बगल में आकर पूछा कि क्या बात हो रही है? तब सोनिया जी ने एकदम से कहा कि यू डोन्ट टॉक टू मी। सोनिया जी ने लगभग धमकाने वाले लहजे में दूसरे सांसद से बात की। पहली बात तो यह कि उनकी पार्टी ने राष्ट्रपति के बारे में की गई टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगी। दूसरी बात यह कि उन्होंने गुमराह किया और तीसरी बात यह कि उन्होंने बाकी सांसदों के लिए धमकाने वाले अंदाज में बात की। एक तो वे माफी नहीं मांग रहीं, बल्कि धमका रही हैं। सोनिया जी बाहर आएं और गरिमामय तरीके से माफी मांगें। कांग्रेस की सर्वोच्च नेता ने सदन में आक्रामकता दिखाई है।”