मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रवासी भारतीयों को हमने एक परिवार के रूप में जोड़ दिया है। कोविड काल और विभिन्न अवसरों पर प्रवासी भारतीयों ने जो सहयोग किया वह अतुलनीय है। यूक्रेन युद्ध के समय, ऑपरेशन गंगा में भी प्रवासी भारतीयों का सहयोग मिला था। दुनिया के विभिन्न देशों में रहने वाले भारतीय एकजुट हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी की अनेक देशों की यात्रा के दौरान प्रवासी भारतीय उनसे अनिवार्य रूप से भेंट करते हैं। इंदौर में आगामी 8, 9 और 10 जनवरी 2023 को प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन का दायित्व विदेश मंत्रालय के साथ संयुक्त रूप से करने के लिए मध्यप्रदेश को मिला है, जो सौभाग्य की बात है। कार्यक्रम की आवश्यक तैयारियाँ की जा रही हैं। कार्यक्रम को अत्यधिक सफलता मिलेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज प्रवासी भारतीय दिवस 2023 के लिए तैयार की गई वेबसाइट के लांचिंग कार्यक्रम को निवास से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर, केंदीय राज्य मंत्री श्री व्ही एस मुरलीधरन, विदेश मंत्रालय के सचिव डॉ. औसफ सैयद नई दिल्ली से वर्चुअली जुड़े। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रिमोट का बटन दबाकर प्रवासी भारतीय दिवस की वेबसाइट लांच की। कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव प्रवासी भारतीय विभाग श्री मोहम्मद सुलेमान और सचिव श्री जॉन किंग्सली भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 9 जनवरी 1915 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत वापस लौटे थे। इस उपलक्ष्य में प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है। यह दिवस भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान का प्रतीक है। कोविड काल में प्रवासी भारतीय दिवस नहीं मनाया जा सका था। इस वर्ष 17 वें प्रवासी भारतीय दिवस पर इंदौर में 8,9 और 10 जनवरी को विभिन्न कार्यक्रम हो रहे हैं। मध्यप्रदेश में वर्ष 2015 में प्रवासी भारतीय विभाग का गठन किया गया। फ्रेंडस आफ एम पी पोर्टल का निर्माण भी किया गया। इंदौर में तीन दिनी प्रवासी भारतीय दिवस के कार्यक्रमों के लिए यह प्रयास किए जा रहे हैं कि सभी कार्यक्रम अदभुत हों। इंदौर नगर स्वच्छता का चेंपियन है। इंदौर के निकट उज्जैन में श्री महाकाल लोक का हाल ही में प्रधानमंत्री जी ने लोकार्पण किया है। प्रवासी भारतीय दिवस में आने वाले प्रतिभागी श्री महाकाल लोक का भी दर्शन करेंगे। गत 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री जी के कार्यक्रम से लगभग 40 देश के भारतवंशी जुड़े थे। फ्रेंडस आफ मध्यप्रदेश से 10 हजार से अधिक प्रवासी भारतीय मित्र जुड़ चुके हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस के व्यवस्थित आयोजन के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया है। प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम के प्रथम दिन 8 जनवरी को आधा दिन मध्यप्रदेश पर केंद्रित होगा, जिसमें प्रमुख रूप से टेक्सटाईल और गारमेंट, ऑटोमोबाइल, हेल्थ केयर, फार्मास्यूटिकल इंजीनियरिंग सेक्टर, डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग, आय टी, वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स, अनाज उत्पादन और मध्य प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र की संभावनाओं और अवसरों पर केंद्रित सत्र होंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस और 11 एवं 12 जनवरी 2023 को हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों की शुरुआत की जा चुकी है। आज प्रवासी भारतीय दिवस की वेबसाइट लांच होने के पश्चात यह सिंगल विंडो की तरह कार्य करने वाली साइट होगी। उन्होंने विदेश मंत्री को आश्वस्त किया कि प्रवासी भारतीय दिवस के यादगार आयोजन कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार के फ्लैगशिप कार्यक्रम प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन में मध्य प्रदेश सरकार पार्टनर है। मध्य प्रदेश की समृद्ध विरासत, वन्य-प्राणी जीवन और प्राकृतिक सुंदरता का विशेष महत्व है। पश्चिम के देशों और खाड़ी के देशों में अनेक भारतीय कार्य करते हैं। अनेक मुश्किल हालातों में कार्य करते हुए वे भारत से संबंध बनाए रखते हैं। इस तरह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक यह परंपरा कायम रहती है। करीब 20 वर्ष पूर्व तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रवासी भारतीय दिवस के महत्व में वृद्धि करने का कार्य किया। इस वर्ष प्रवासी भारतीय दिवस की थीम “प्रवासी-अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार” ।
केन्द्रीय विदेश राज्य मंत्री श्री व्ही एस मुरलीधरन ने भी वेबसाइट लान्चिंग कार्यक्रम को संबोधित किया।