खंडवा/ओंकारेश्वर : तीर्थनगरी में महाशिवरात्रि पर सुबह 4 बजे मंदिरों के पट खुलने के साथ ही दर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया है। रात 3 बजे से ही मंदिर में दर्शनार्थियों की कतार लगना शुरू हो गई थी। ज्योतिर्लिंग मन्दिर के गर्भगृह में पहुंच कर श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के मूल स्वरूप पर जल और पुष्प-बेलपत्र चढा रहे हैं। गर्भ गृह को सुगंधित फूलों से सजाया गया है। सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक मूल स्वरूप सीधे पर जल चढ़ाने पर प्रतिबंध है।
तीर्थनगरी के विभिन्न घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु नर्मदा स्नान कर रहे है। वहीं भगवान ओंकारेश्वर- ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। सुबह से करीब 15 हजार लोग स्नान व दर्शन कर चुके हैं। प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए मंदिर में मास्क और हाथों को सैनिटाजिंग अनिवार्य किया गया है। मंदिर के प्रवेश द्वारों पर दर्शनार्थियों की थर्मल स्केनिंग की जा रही हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
खंडवा के अलावा अन्य जिलों से भी पुलिस बल बुलाया गया है। शिवरात्रि पर निमाड़, मालवा के अलावा देश भर से आए श्रद्धालु नर्मदा के किनारे स्नान कर रहे है। ज्योतिर्लिंग भगवान के पट दर्शनार्थियों के लिए सतत 36 घंटे खुले रहेंगे। स्नान और दर्शनों के बाद श्रद्धालु ओंकार पर्वत की परिक्रमा भी लगा रहे हैं।
- थाना प्रभारी शिवराम जमरा ने बताया कि शिवरात्रि पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुविधा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। होमगार्ड के गोताखोरों को भी नर्मदा नदी के घाटों पर तैनात हैं। यातायात के नियंत्रण के लिए भी पुलिस के जवान मुख्य स्थानों पर लगाएं है।
- मंदिर ट्रस्ट के मुख्य कार्यपालन अधिकारी चंदर सिंह सोलंकी ने बताया प्रातः चार बजे से मंदिर के पट दर्शनार्थियों के लिए खोल दिए हैं। भक्त नर्मदा स्नान के बाद मंदिर पहुंचकर जल, बेलपत्र व फूल भगवान के मूल स्वरूप पर अर्पित कर रहे हैं।
- मंदिर के पंडित आशीष दीक्षित ने बताया की शिवरात्रि पर भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह है। आस्था के साथ सभी दर्शन- पूजन कर रहे हैं।
अन्नपूर्णा आश्रम में भंडारे का आयोजन
शिवरात्रि पर एक लाख से अधिक श्रद्धालु ओकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर पुण्य लाभ लेंगे। इनकी सेवा के लिए तरह नगरी में जगह जगह शिव भक्तों को संत समाज व इंदौर के भक्तों द्वारा फलाहारी वितरण किया जा रहा है। अन्नपूर्णा आश्रम के महंत सच्चितानंद गिरी महाराज ने बताया पिछले 30 वर्षों से सतत इंदौर छावनी के भक्तों द्वारा फलाहारी भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। इसके अलावा अन्य संस्था व संगठनों द्वारा प्रसादी का वितरण किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की भीड़ ओर वाहनों के जमावड़े को देखते हुए नगर में वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया है।