लखनऊ: जी हां ये कोई फिल्मी कहानी नही बल्कि बुधवार की रात की एक सच्ची घटना है, हम बात कर रहे है यूपी की राजधानी लखनऊ के जीरो पॉइंट “हजरतगंज” की जहां से लाखों लोग प्रतिदिन गुजरते है,शासन / प्रशासन /मंत्री/विधायक/अधिकारी/ यहां तक कि मुख्यंमंत्री स्वयं भी कई बार वहा से होकर गुजरते है ,पर वहां कई दिनों से भूख से तड़प रही एक दिमागी हालत से बीमार लगभग 35 से 38 साल की उम्ब्र की एक महिला की पीड़ा किसी को भी नजर नही आई , वहां सब आते जाते समय देखकर भी कभी रुकना तक समय की बर्बादी ही समझे, पर वो मजबूर औरत किसी को भी नही आयी, जिसे रोज रात को लखनऊ के ही कुछ मनचले उठाकर ले जाते, और फिर वही छोड़कर चले जाते, फिर 28 फरवरी की रात एक रिक्शे वाले ने “हीरोभैया” की कार के आगे आकर खड़ा हो गया और कार रोककर पूरी कहानी समझाया, उसकी हालत देखकर “हीरो” भावुक हो गया, जिसके बाद तत्काल एक्शन लिया, पास ही में स्थिति विनोद बंसल के घर से सबसे पहले उस भूखी महिला के लिए खाना मंगवाकर खिलाया, जिसके बाद उसे अविलम्ब 181 no की “महिला एवम बाल विकास” की चल रही सरकारी योजना की गाड़ी बुलाई और उसे उनके हवाले कर दिया ,जहां उसका मेडिकल से लेकर देखरेख व रख रखाव किया जाएगा, जब वह् पूर्ण रूप से ठीक हो जाएगी तो उसे उसके घर पहुचाया जाएगा, इस कार्य मे सहयोग देने वाले रिक्से वालो से लेकर अन्य कई सभी सहयोगियों को सलाम l
यह घटनाये हम सबको प्रेरित करती है , हम सबको मिलकर समाज के प्रति यू ही अपने दायित्वों का पूर्णरूप से निर्वहन करना चाहियेl
@शाश्वत तिवारी