डिंडोरी- 2011-12 में गोपालपुर गांव की जमीन में बने इस हाई स्कूल में कई राज दफन है। यही कारण है कि यहाँ पढ़ने वाली बच्चियां पिछले 6 सालों से प्रताड़ित है। प्रताड़ना किसी शिक्षक या ग्रामीण की नहीं बल्कि कथित प्रेत आत्मा की है। जो इन्हें चीखने और चिल्लाने की मजबूर करता है।
Black magic – यहाँ होती है प्रेतात्मा, भूतों की शामत !
स्कूल पर भूत का साया, बच्चे हो जाते है बेहोश
हाई स्कूल के प्राचार्य पहल सिंह का कहना है कि उसने बच्चो के लिए सभी तरीके अपनाए,दवा के साथ साथ झाड़ फूक लेकिन आराम नहीं लगता है। अब गोपाल पुर स्कूल में प्रेत आत्माओ ने 5 छात्राओं को अपने वश में कर रखा है जिसे निकालने तांत्रिको का डेरा हाई स्कूल में जमा है।
अद्भुत मंदिर जिनके असीम रहस्य से आप होंगे अनजान !
पेश है गोपालपुर हाई स्कूल से एक खास रिपोर्ट _
स्कूल में सोमवार की दोपहर 10 वीं 11 वीं और 12 वीं की छात्राओं को अचानक भाव आते देख शिक्षक और छात्राये उन्हें पकड़ने के लिए दौड़े, छात्रा जोर जोर से चीखने चिल्लाने लगी, आनन् फानन में होम धूप की थाल लाइ गई तो कथित प्रेत में जकड़ी छात्रा ने युवक के हाथ में रखी थाली को लात मार कर गिरा दिया। 1 घंटे चले इस कथित प्रेत भाव से जहा स्कूल के अन्य बच्चे भयभीत है तो वही शिक्षको को समझ नहीं आ रहा कि करे तो करे क्या ?
इस मंदिर में उतरता है प्यार का भूत !
वहीँ गांव के ही हनुमानजी के भक्त ब्रम्हानंद की माने तो गाव की जिस जगह में स्कूल बना है। वहाँ पहले श्मशान घाट हुआ करता था जहाँ लोगो की आत्मा भटका करती है, जो अपने घर का स्थान बतलाती है । ब्रम्हानंद के द्वारा अगरबत्ती के साथ हनुमान जी का नाम लेते ही आराम छात्राओं को लग जाता है।
बिहार में भूतों ने भी शराब पीना छोड़ दिया !
वहीँ प्राचार्य पहलसिह ने ग्रामीणों के कहे अनुसार तांत्रिको का भी सहारा लिया और शुरू हुआ आज तंत्र मंत्र का खेल, तांत्रिक ने स्कूल में सभी छात्राओं को बैठा कर एक थाल से सिक्का घुमाना शुरू किया लेकिन सिक्का थाल के बीचों बीच जम गया। जिसे देख सब हैरत में पड़ गए। फिर तांत्रिक ने प्राचार्य को बैठाल कर तंत्र मंत्र शुरू किया, नीबो, नारियल,अगरबत्ती,कंडे की धुनि के साथ तांत्रिक ने काफी देर तक काम किया। पास में बिहि के पेड़ में लाल कपडे में बाधा हुआ नारियल स्कूल को प्रेत बाधा से दूर करने के लिए बांधा गया है।
सरकारी खर्च पर बच्चों के बजाए भूत हो रहे हैं शिक्षित !
देश 21 वीं सदी की ओर अग्रसर है। मोदी के डिजिटल इंडिया में अंधविस्वास की जड़े कितनी मजबूत है यह घटना को देख सहज अंदाज लगाया जा सकता है । वही मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर के मेहरा ने मौके पर bmo को भेज कर जांच करवाने की बात कही है।
रिपोर्ट- @दीपक नामदेव