दिल्ली के जाफराबाद में नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर आज फिर से हिंसा भड़क उठी। सोमवार दोपहर समर्थकों और विरोधियों के बीच हुई झड़प को देखते हुए राजधानी के 10 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस ने बताया कि यह सारी घटनाएं छह से आठ किलोमीटर के क्षेत्र के अंदर हुई हैं।
जाफराबाद में इस समय पुलिस और लोगों के बीच झड़प जारी है। उपद्रवी अब सड़क से हटकर गलियों में पहुंच गए है, यहां दुकानों के शटर तोड़े जा रहे हैं।
उपद्रवियों ने अब गली-मोहल्लों में कोहराम मचा रखा है, यहां लूटपाट की आशंका भी जताई जा रही है।
गृह मंत्रालय ने दिल्ली में हो रही हिंसा पर बयान जारी कर कहा कि दिल्ली के कुछ हिस्सों में हुई हिंसा, अमेरिकी राष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर सुनियोजित होने की आशंका है।
दिल्ली पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है और लगातार गृह मंत्रालय के संपर्क में है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर कंट्रोल रूम से ही हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
दिल्ली के उत्तर-पूर्व जिले में हिंसा के बाद एतिहात के तौर पर जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जोहरी एन्क्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। सेवाएं वेलकम मेट्रो स्टेशन पर समाप्त कर दी गई है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घटना का संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस को निर्देश दिए हैं। जाफराबाद मेट्रो स्टेशन जाने के रास्ते को सील कर दिया गया है।
मंत्रालय और एलजी ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से संपर्क कर स्थिति को काबू में करने के निर्देश दिए हैं।
हिंसा के बीच भजन पुरा पेट्रोल पंप पर भी आगजनी की जानकारी भी सामने आई हैं। बता दें कि जाफराबाद में अब भी महिलाएं धरने पर बैठी हुई हैं।
हिंसा के बीच आम आदमी पार्टी के नेता अमानतुल्लाह खान मौके पर पहुंचे, उन्होंने महिलाओं से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए अपील की।
जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे भारी भीड़ जमा हो गई है। जिसे काबू करने के लिए भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद है। इसी बीच शाहीन बाग से भी गोलीबारी की घटना सामने आ रही है।
हिंसा के दौरान गोकुलपुरी एसीपी कार्यालय में तैनात सिपाही रतन लाल की मौत हो गई, जबकि शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा को गंभीर चोट आई है। उन्हें पटपड़गंज के मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दोनों ओर से फायरिंग भी हुई। वहीं प्रदर्शनकारियों ने तीन गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। जाफराबाद में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। चारों ओर से पत्थरबाजी हुई। प्रदर्शनकारियों ने कई दुकानों को आग लगाने की कोशिश की।
प्रदर्शन में एक युवक के पैर में और एक पुलिसकर्मी को गोली लग गई। इसके अलावा मीडियाकर्मियों के द्वारा वीडियो बनाए जाने पर भी उपद्रवियों ने उनपर हमला कर दिया।
जाफराबाद में पुलिस के आंसू गैस चलाने के बाद भीड़ ने घरों में घुसकर एक पक्ष के लोगों को पीटना शुरू कर दिया। साथ ही उपद्रवी भीड़ ने करीब एक घंटे तक आसपास के घरों पर पत्थर बरसाए।
यह पूरा घटनाक्रम पुलिस के सामने होता रहा और पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठी रही। उपद्रवियों से जान बचाने के लिए लोग अपने घरों में दुबकने को मजबूर हैं।
जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास उपद्रवियों ने दुकानों में आग लगाने के साथ सैकड़ो घरों के शीशे तोड़ दिए।
दिल्ली के हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल और गृहमंत्री अमित शाह को शांति व्यवस्था के लिए सख्त कदम उठाने की अपील की है।
उन्होंने ट्वीट किया कि दिल्ली के कुछ हिस्सों से शांति और सद्भाव को बिगाड़ने के बारे में बहुत परेशान करने वाली खबर आ रही है।
मैं उपराज्यपाल और माननीय केंद्रीय गृहमंत्री से आग्रह करता हूं कि कानून व्यवस्था को बहाल करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं, साथ ही यह सुनिश्चित करें कि दिल्ली में शांति और सद्भाव बना रहे। किसी को भी इस तरह के काम की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए।
मौजपुर इलाके में भी सोमवार को लगातार दूसरे दिन सीएए के समर्थक और विरोधी समूहों के बीच झड़प जारी रही।
इस दौरान दो पुलिसकर्मियों समेत 15 लोग घायल हो गए। फिलहाल पुलिस ने मौजपुर जाने के रास्ते को बंद कर दिया है। हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं।
प्रदर्शनकारियों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसके बाद उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराने की भी कोशिश की।
सुरक्षा की दृष्टि से दिल्ली मेट्रो ने जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए हैं।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने ट्वीट किया, ‘‘जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश व निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। इन स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी।’’