मध्य प्रदेश अनूपपुर जिले की डोंगरटोला ग्राम पंचायत में एक महिला की तबीयत खराब होने पर उसे खाट से अस्पताल ले जाया गया। महिला के बेटे ने बताया, “मेरी मां को दिल की बीमारी है। यहां कई दशकों से सड़क नहीं है। जहां पशु रेंगते हैं वहीं हम रेंग रहे हैं। 2 कि.मी. दूर मेन रोड है।
मध्य प्रदेश अनूपपुर जिले में गांव और गरीबी की ऐसी तस्वीर देखने को मिली जब मां की तबीयत ज्यादा खराब हुई तो बच्चों ने उसे खाट पर रख अस्पताल तक पहुंचाया। जैतहरी जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत डोंगराटोला के पोंडापानी गांव में आजादी के सात दशक बाद भी बुनियादी सुविधाएं बिजली पानी और सड़क नहीं पहुंच पाई हैं। यहां के ग्रामीण कई बार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों तथा सीएम हेल्पलाइन मे अपनी मांग रख चुके हैं लेकिन अभी तक सुविधाएं मुहैया नहीं हो पाई हैं।
#WATCH मध्य प्रदेश: अनूपपुर जिले की डोंगरटोला ग्राम पंचायत में एक महिला की तबीयत खराब होने पर उसे खाट से अस्पताल ले जाया गया।
महिला के बेटे ने बताया, "मेरी मां को दिल की बीमारी है। यहां कई दशकों से सड़क नहीं है। जहां पशु रेंगते हैं वहीं हम रेंग रहे हैं। 2 कि.मी. दूर मेन रोड है।" pic.twitter.com/iFwTYFDvLz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 12, 2020
एक ग्रामीण शोभा यादव के मां की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें खाटिया में लिटाकर मेन रोड तक लाया गया और वहां से मोटरसाइकल से सरकारी अस्पताल में इलाज कराने ले जाया गया। गांव में बारिश के समय कच्ची सड़क की हालत ऐसी हो जाती है कि मोटरसाइकल का चलना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल है। इसलिए बारिश में एम्बुलेंस की सुविधा भी गांव वालों को नहीं मिल सकती।