राज्यसभा सदस्य और उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने बताया कि 23 फरवरी को लखनऊ में उत्तर प्रदेश कार्यकारिणी की एक बैठक होगी। बैठक में उत्तर प्रदेश में पार्टी का जनाधार बढ़ाने की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 5,000 बैनर पोस्टर लगाकर पार्टी की नीतियों का प्रचार प्रसार किया जाएगा। साथ ही दिल्ली मॉडल को घर-घर तक पहुंचाने का अभियान शुरू करने जा रहे हैं।नोएडा: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में शानदार जीत हासिल करने के बाद आम आदमी पार्टी अब उत्तर प्रदेश में अपने संगठन का विस्तार करने पर ध्यान केंद्रीय कर रही है। दरअसल, उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 में होने है। इसके लिए आम आदमी पार्टी यूपी में अपनी संभावनाएं तलाशने की मुहिम शुरू करने जा रही है। इसके लिए पार्टी उन 12 विधायकों को फ्रंट पर लाएगी जो दिल्ली विधानसभा में जीते हैं और यूपी के विभिन्ना जिलों के रहने वाले हैं
सेक्टर 29 स्थित नोएडा मीडिया क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में राज्यसभा सदस्य और उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने बताया कि 23 फरवरी को लखनऊ में उत्तर प्रदेश कार्यकारिणी की एक बैठक होगी। बैठक में उत्तर प्रदेश में पार्टी का जनाधार बढ़ाने की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 5,000 बैनर पोस्टर लगाकर पार्टी की नीतियों का प्रचार प्रसार किया जाएगा। साथ ही दिल्ली मॉडल को घर-घर तक पहुंचाने का अभियान शुरू करने जा रहे हैं। इसके लिए पार्टी उन 12 विधायकों को फ्रंट पर लाएगी जो दिल्ली विधानसभा में जीते हैं और यूपी के विभिन्न जिलों के रहने वाले है।
संजय सिंह ने बताया कि 23 फरवरी से 23 मार्च तक पूरे उत्तर प्रदेश में व्यापक सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। प्रत्येक जनपद में विशेष काउंटर लगाकर सदस्य बनाए जाएंगे। मिस्ड कॉल तथा वेबसाइट के जरिए भी सदस्य बनाए जाएंगे। बता दें कि अभी यूपी में 85 हजार सदस्य हैं। हाल ही में राष्ट्र निर्माण के लिए पार्टी से जुड़े अभियान में यूपी के 1 लाख 16 हजार लोगों ने मिस्ड कॉल दी है। यह उत्साहजनक है।
संजय सिंह ने कहा कि पूरे चुनाव में भाजपा के लोग चिल्लाते रहे शाहीनबाग-शाहीनबाग, जनता ने कहा चल भाग-चल भाग। चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री का नाम न लेने के बारे में उन्होंने कहा कि यह विधानसभा का चुनाव था। हमने स्थानीय मुद्दों और पांच साल में जो काम किए थे, उन्हें महत्व दिया। आप प्रभारी ने कहा, पार्टी ने दिल्ली में राष्ट्रवाद को नए तरीके से परिभाषित किया। जब तक शिक्षित राष्ट्र नहीं होगा, जब तक स्वस्थ राष्ट्र नहीं होगा। जब तक इंसान मजबूत नहीं होगा तब तक राष्ट्र मजबूत नहीं हो सकता। दिल्ली में काम की राजनीति की जीत हुई। देश की राजधानी से यह संदेश गया कि जो लोग अच्छे स्कूल, अच्छे अस्पताल बनाएंगे, बिजली-पानी पर काम करेंगे, जनता उनके साथ खड़ी होगी।