नई दिल्ली – बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान ने सोमवार को कहा कि धर्म के नाम पर हिंसा करना निंदनीय है और मुझे उन लोगों से दिक्कत है जो इस्लाम के नाम पर निर्दोष लोगों की हत्या करते हैं। जब उनसे हाल ही में पेरिस में हुए आतंकी हमले और आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यों से डर लगता है।
आमिर ने कहा कि मैं ऐसी चीजों के बारे में नहीं सोचता। मुझे नहीं लगता की ऐसी हरकतें इस्लाम से जुड़ी हैं। अगर कोई व्यक्ति कुरान पकड़कर लोगों को मार रहा है और उसे लगता है कि वह इस्लामिक कार्य कर रहा है तो मुस्लिम होने के नाते मुझे नहीं लगता की वह इस्लामिक कार्य कर रहा है। उन्होंने यह बात रामनाथ गोयनका पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में कही।
‘मिस्टर पर्फेक्शनिस्ट ‘ के नाम से मशहूर आमिर ने कहा कि मैं इस बात को लेकर बिल्कुल स्पष्ट हूं की जो निर्दोष लोगों की हत्या कर रहा है वह मुसलमान नहीं हो सकता। जहां तक मेरा मानना है ऐसा व्यक्ति मुसलमान नहीं हो सकता। हत्या करने वाला दावा कर सकता है कि वह मुस्लिम है, लेकिन हमें उसे मुसलमान नहीं मानना चाहिए। वह एक आतंकी है और उसे आतंकी के रूप में पहचाना जाना चाहिए। मेरी दिक्कत आईएस से नहीं है, बल्कि उसकी सोच से है।
बॉलीवुड अभिनेता ने कहा कि मैं ‘चरमपंथी सोच ‘ को लेकर चिंतित हूं। आज आईएस को लेकर चर्चा हो रही है, कल कोई और आतंकी संगठन हो सकता है। मैं चरमपंथी सोच को लेकर ज्यादा चिंतित हूं क्योंकि ऐसी सोच जहां से भी आती है वह ज्यादा विनाशकारी और नकारात्मक होती है। इसलिए, मुझे इस तरह की सोच से दिक्कत है। उन्होंने आगे कहा कि इसलिए मुझे आईएस और ऐसी चरमपंथी सोच से दिक्कत है जो किसी भी धर्म की सीमित सोच हो सकती है। इसी से मुझे दिक्कत है।