नई दिल्ली- आम आदमी पार्टी ने डीडीसीए में वित्तीय अनियमितताओं और कथित घोटाले के मामले में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्टी ने प्रेस कांफ्रेंस कर जेटली पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आप के मुताबिक दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन में जेटली के अध्यक्ष पद पर रहते हुए करोड़ों का घोटाला हुआ। डीडीसीए में सब घोटाले जेटली की देखरेख और उनकी सहमति से हुए।
पार्टी की ओर से राघव चढ्डा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वित्त मंत्री को हटाने की अपील की और आरोप लगाया कि वित्त मंत्री ने डीडीसीए का 15 सालों तक दोहन किया। फिरोजशाह कोटला स्टेडियम के पुर्ननिर्माण का बजट 24 करोड़ था। लेकिन इसमें 114 करोड़ रुपए खर्च किए गए। ऐसे में अरुण जेटली को बताना चाहिए कि बाकी के 90 करोड़ रुपए किसकी जेब में गए।
इतना ही नहीं 3 कंपनियों को डीडीसीए ने 1 करोड़ 55 लाख का लोन दिया। जबकि इसका कोई कारण नहीं बताया गया। आप ने कहा कि अरुण जेटली को डीडीसीए के कोषाध्यक्ष रहे नरेंद्र बत्रा से भी अपने संबंधों को सार्वजनिक तौर पर स्पष्ट करना चाहिए।
डीडीसीए मामले में जेटली पर कथित घोटाले के आरोपों पर हुई इस प्रेस कांफ्रेंस में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह, कुमार विश्वास और आशुतोष भी मौजूद रहे। कुमार विश्वास ने शुरूआत में कहा, आम आदमी पार्टी बताना चाहती कि सीएम दफ्तर पर सीबीआई का छापा डीडीसीए में हुई भ्रष्ट गतिविधियों को छिपाने के पड़ा।
आम आदमी पार्टी के नेताओं के अनुसार केंद्र सरकार वित्त मंत्री अरुण जेटली को बचाने में लगी है। इसके लिए सीबीआई का इस्तेमाल किया जा रहा है। पार्टी ने एक बार फिर वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस्तीफे की मांग की और कहा कि डीडीसीए घोटाले की भी जांच होनी चाहिए। इसके अलावा पार्टी ने और भी कई आरोप वित्त मंत्री पर लगाए।
ये हैं जेटली पर आप के आरोप-
-सेलेक्शन घोटाले में बिल में अनियमितताएं सामने आई।
-टेंडर देने में लाखों का घोटाला हुआ।
-5 कंपनियों के जरिए डीडीसीए में घोटाला हुआ।
-जेटली के अध्यक्ष पद पर रहते हुआ भ्रष्टाचार।
-बिना इजाजत बिल के पैसे दिए गए।
-डीडीसीए के जरिए 9 कंपनियों को काम मिला। जिनमें से 5 का नाम, पता और डायरेक्टर्स समान।
-डीडीसीए के ठेकों में नीलामी नहीं की गई।
-जो काम किए जा चुके थे उनके भी बिल भुगतान हुए।