नई दिल्ली – आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली के मतदाताओं के बीच एक इंटरनल सर्वे कराया है। सर्वे बीजेपी की तरफ से किरन बेदी को मुख्यमंत्री पद का कैंडिडेट बनाए जाने के बाद हुआ था। इस सर्वे के नतीजे बताते हैं कि वोट शेयर के मामले में बीजेपी के मुकाबले AAP 6 से 8 % आगे है। इस हिसाब से 7 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की पार्टी AAP को 50 सीटें मिल सकती हैं।
‘आप’ के नेता योगेंद्र प्रसाद के मुताबिक, यह सर्वे आम आदमी पार्टी के सपोर्टर की प्रफेशनल एजेंसी से कराया गया है। इस सर्वे में 35 विधानसभा क्षेत्रों के 3500 वोटरों को शामिल किया गया था। यादव ने कहा कि चार से पांच प्रतिशत की लीड AAP को 40 से ज्यादा सीटें दिला सकती हैं। अगर पार्टी की लीड पांच से छह प्रतिशत की रहती है तो सीटों की संख्या 50 पार कर सकती है।
उन्होंने एक अखबार से बातचीत में कहा, ‘जब मुख्य मुकाबला दो पार्टियों के बीच हो और उसमें एक पार्टी चार से पांच प्रतिशत से आगे हो तो सीटों के मामले में उसको जबरदस्त जीत हासिल हो सकती है। दिल्ली के चुनाव में वेव इलेक्शन यानी एक पार्टी को बढ़त हासिल होने का शानदार उदाहरण है।’
पिछले हफ्ते हुए एबीपी न्यूज-नील्सन सर्वे के मुताबिक, किरन बेदी को सीएम कैंडिडेट के तौर पर उतारने के बीजेपी के ऐलान के बाद से AAP को उस पर बढ़त हुई है। इसकी तुलना में इंडिया टीवी/ सी-वोटर ने बीजेपी को बहुमत हासिल होने का अनुमान दिया है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को कहा था कि उनकी पार्टी आसानी से बहुमत हासिल करेगी और इसको दो तिहाई बहुमत तक ले जाने की कोशिश हो रही है।
AAP के इंटरनल सर्वे के मुताबिक पार्टी को दो तिहाई 44 सीटें मिल सकती हैं। ये सीटें रूरल, अनऑथराइज्ड कॉलोनियों, झुग्गी-झोपड़ी और रीसेटलमेंट कॉलोनी से आएंगी। इनमें से 26 सीटों में, जहां अपर और मिडल क्लास की बड़ी आबादी है, AAP को कम से कम आधी सीटें आएंगी। यह बात पार्टी के एक नेता ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कही।