नई दिल्ली- पठानकोट हमले के बाद, पाकिस्तान की जांच टीम के भारत दौरे और उसके बारे में आई विवादास्पद ख़बरों के संदर्भ दिल्ली में प्रेस कॉन्फ़्रेस में मीडिया से बातचीत के दौरान पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा है कि उन्हें ऐसा लगता है कि भारत के साथ शांति प्रक्रिया निलंबित है !
अब्दुल बासित का कहना था कि ”देखते हैं कि हम कैसे बातचीत शुरू कर सकते हैं ! जहां तक मुझे पता है, अभी दोनों देशों के विदेश सचिवों के बीच कोई बैठक तय नहीं है !” उनके मुताबिक़, ”जम्मू कश्मीर का विवाद ही दोनों के बीच दूसरे द्विपक्षीय मुद्दों को लेकर आपसी अविश्वास की जड़ में है !” एनआईए टीम के पाकिस्तान दौरे की इजाज़त देने के सवाल पर अब्दुल बासित ने कहा, ”व्यक्तिगत तौर पर उन्हें लगता है कि यह पूरी जांच पड़ताल आदानप्रदान की बात नहीं बल्कि इस मामले की तह तक जाने के लिए सहयोग को बढ़ाने की बात है !”
उनसे पूछा गया कि पठानकोट हमले के दोषी मसूद अज़हर को लेकर चीन के रुख़ पर पाकिस्तान का क्या कहना है ! भारत मसूद अज़हर को पठानकोट हमले का दोषी मानता है तो उन्होंने कहा, “हम चीन के रुख़ को सही मानते हैं !” चीन ने पिछले हफ़्ते संयुक्त राष्ट्र में भारत की ओर से मसूद अज़हर को आतंकवादी घोषित करने के प्रयासों को वीटो कर दिया था ! चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा था कि ये मामला ”नियमों को पूरा नहीं करता !”
भारत की एनआईए टीम के पाकिस्तान जाने और वहाँ मसूद अज़हर या अन्य लोगों से पूछताछ की संभावना से अब्दुल बासित ने ये कहते हुए इनकार किया, “ये आदान-प्रदान का मामला नहीं है बल्कि भारत और पाकिस्तान के बीच सहयोग का मामला है !”
पाकिस्तान में जासूसी के आरोपों में पकड़े गए कुलभूषण यादव के मामले में अब्दुल बासित ने कहा कि यह गिरफ़्तारी उस बात को साबित करती है जिसे पाकिस्तान काफ़ी समय से कहता रहा है ! उनका कहना था, ”भारत के आग्रह पर विचार हो रहा है लेकिन कह नहीं सकते कि उन्हें कब काउंसलर की मदद मिल पाएगी !”