खंडवा-कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकारी महकमे कितने जागरूक हैं इसका उदाहरण वनमंडल उत्पादन ने दिया है। महिला कम्प्यूटर ऑपरेटर से छेड़छाड़ और अभद्रता के आरोपी हेड क्लर्क को बचाने के लिए विभाग पूरी ताकत से जुटा हुआ है।
प्रकरण की विभागीय जांच के लिए जो समिति बनाई गई उसमें उन्हीं बाबुओं और कर्मचारी नेताओं को शामिल किया गया है जिन्होंने हेड क्लर्क के पक्ष में नारेबाजी करते हुए कार्यालय पर ताला जड़ दिया था। महिला ऑपरेटर ने सीसीएफ और कलेक्टर को पत्र सौंपकर प्रकरण में जांच के लिए स्वतंत्र समिति बनाने की मांग की है।
गुरुवार को महिला कम्प्यूटर ऑपरेटर ने कलेक्टर डॉ. एमके अग्रवाल, सीसीएफ पंकज श्रीवास्तव और महिला सशक्तिकरण विभाग की नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर डॉ. प्रियंका गोयल को पत्र सौंपकर जांच समिति की पीठासीन अधिकारी कमलजीत चांदना, कर्मचारी नेता विजय चौरसिया और कर्मचारियों के मित्र सच्चिदानंद दुबे को शामिल करने का विरोध किया है।
पत्र में बताया कि जिन लोगों ने आरोपी बाबू ओमप्रकाश चवरे के समर्थन में मंगलवार को कार्यालय में ताला जड़कर तीन घंटे तक नारेबाजी की उन्हीं को जांच समिति शामिल किया गया है।
इन सदस्यों ने जांच इसलिए कराई जा रही है कि रिपोर्ट आरोपी बाबू के पक्ष में आए। निष्पक्ष जांच के लिए कलेक्टर से स्वतंत्र समिति गठित करने की मांग की गई है ताकि कार्य स्थल पर महिलाओं के साथ होने वाली अभद्रता और छेड़छाड़ को प्रभावी तरीके से रोका जा सके।