आचार्य बालाकृष्ण ने कहा कि कोरोना का इलाज शत-प्रतिशत आयुर्वेद से संभव है। उन्होंने कहा, इस बात को प्रफू करने के लिए हम क्लीनिकल कंट्रोल ट्रायल भी कर रहे हैं, उसके आधार पर हम 4 से 5 दिनों में पूरे डाटा के साथ में हम दुनिया को बताने वाले हैं कि पतंजलि ने कोरोना वायरस की दवा ढ़ूढ़ ली है।
वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना की दवा की खोज में दुनिया के कई वैज्ञानिक जुटे हुए हैं। कई वैज्ञानिक इस बात का दावा कर चुके हैं कि इस वायरस की दवा को तैयार होने में एक साल का वक्त लगेगा।
वहीं, पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोना वायरस की दवा बना ली है।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि जैसे ही कोरोना महामारी ने दुनिया में दस्तक दी तभी पंतजलि आयुर्वेद ने एक वैज्ञानिकों की टीम को हायर किया और अपने संस्थान में हर विभाग को सिर्फ और सिर्फ कोरोना के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा पर काम करने में लगा दिया।
इस दवा का निर्माण करने के लिए सबसे पहले सिमुलेशन किया गया था और यौगिकों की पहचान की गई थी जो वायरस से लड़ सकते हैं।
उन्होंने कहा, हमने कई पॉजिटिव कोरोना रोगियों पर नैदानिक मामले का अध्ययन किया और हमें 100% अनुकूल परिणाम मिले हैं।
आचार्य बालकृष्ण का दावा है कि अलग-अलग जगहों पर कई कोरोना पॉजिटिव मरीजों को यह दवा दी गई, जिसमें से 80 फीसदी लोग 5 से 6 दिन में ठीक हो चुके थे।
इस दवा का इस्तेमाल करने के बाद पूरी तरह से स्वस्थ्य होने में कुछ लोगों को 10 से 12 दिन और ज्यादा से ज्यादा 14 दिन लगे हैं।
आचार्य बालाकृष्ण ने कहा कि कोरोना का इलाज शत-प्रतिशत आयुर्वेद से संभव है। उन्होंने कहा, इस बात को प्रफू करने के लिए हम क्लीनिकल कंट्रोल ट्रायल भी कर रहे हैं, उसके आधार पर हम 4 से 5 दिनों में पूरे डाटा के साथ में हम दुनिया को बताने वाले हैं कि पतंजलि ने कोरोना वायरस की दवा ढ़ूढ़ ली है।
आचार्य बालाकृष्ण ने कहा, ‘कोरोना का इलाज आयुर्वेद से संभव है और आयुर्वेदिक दवाएं इस बीमारी को खत्म कर सकती है।’