अमरीकी अदाकारा जेनिफ़र लॉरेंस ने हवाई में शूटिंग के दौरान हुए एक विवाद के लिए माफ़ी मांगी है। शूटिंग के दौरान हवाई की ‘पवित्र चट्टान’ पर बैठने और उसके बारे में बीबीसी के एक शो में टिप्पणी करने के बाद विवाद उठा था। अपने फ़ेसबुक अकाउंट पर उन्होंने लिखा, “हवाई के लोगों का अपमान करने का मेरा कोई इरादा नहीं था। यदि मेरी किसी बात या हरकत से उन्हें ठेस पहुंची है तो माफी मांगती हूं। ”
मैं ‘हंगर गेम” के कुछ हिस्से की शूटिंग करने हवाई गई थी। शूटिंग जहां चल रही थी वहां कई बड़े-बड़े पत्थर थे। हवाई में उन पत्थरों को पवित्र माना जाता है। शायद पुरखों से उनका कोई ताल्लुक है। मैं नहीं जानती। वहां उन पत्थरों पर बैठना मना है। जननांगों का उन पवित्र पत्थरों से छू जाना बुरा माना जाता है।
बीबीसी के ग्राहम नॉर्टन शो में जेनिफर ने पूरा वाकया बताया था
मैं स्विमिंग सूट में थी। भीगी हुई। वे पत्थर खुजली मिटाने के लिए बड़े अच्छे थे। मैं बैठकर कुछ उसी अंदाज में आगे-पीछे (बट स्क्रैचिंग) कर खुजली मिटा रही थी। जिस पत्थर पर मैं बैठी थी वो अपनी जगह से हिल गया. वो बहुत बड़ा था। ऊपर से नीचे जा गिरा. हमारा साउंड आर्टिस्ट बाल-बाल बचा। पूरा शूटिंग स्टेशन तबाह हो गया। वहां जो स्थानीय लोग मौजूद थे वे ये सब देखकर कहने लगे, “बहुत बुरा हुआ. ये तो ईश्वर का अभिशाप है। ” मैंने धीरे से कहा, मैं हूं तुम्हारा अभिशाप !
ग्राहम नॉर्टन शो पर बातचीत के इस हिस्से को जब बीबीसी वन्स के फेसबुक पेज पर पोस्ट किया गया तो इसे 13 लाख लोगों ने देखा। लोगों ने इसे देखने के बाद अपनी नाराजगी जाहिर की और लॉरेंस से माफी मांगने को कहा।
अरग्या घोष कहती हैं, “लोगों का नजरिया देख कर हैरानी होती है। ठीक है कि उनके लिए ये सब हास्यास्पद था। क्योंकि वो उस आस्था का हिस्सा नहीं हैं। लेकिन उन्होंने वहां के लोगों को ठेस पहुंचाई है। ”
घोष कहती हैं, “यदि आप किसी देश के ऐतिहासिक या सांस्कृतिक विरासत को नुकसान पहुंचाते हो तो ये अपराध है। ”
लॉरेंस ने 2012 में अपनी फ़िल्म सिल्वर लाइनिंग प्लेबुक के लिए ऑस्कर जीता था। [एजेंसी]