खंडवा : सायबर अपराधों के मामले में युवाओं और स्कूली बच्चों में जागरूकता बढ़ाने के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक वरुण कपूर ने आज एक कार्यशाला ली। इस कार्यशाला में एडीजी वरुण कपूर ने साइबर अपराधों के बारे में विस्तार से समझाया और उनसे बचने के उपाय भी बताए। उन्होंने स्कूली बच्चों से प्रश्न किए और बच्चों को पुरस्कृत भी किया।
इंदौर रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक वरुण कपूर ने खंडवा के गौरीकुंज सभागार में साइबर अपराधों को लेकर कार्यशाला को संबोधित किया। इस कार्यशाला में पुलिस ,पत्रकार ,स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थी शामिल हुए। श्री कपूर ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और साइबर अपराधों के बारे में विस्तार से समझाया। जाने अनजाने किस तरह से सायबर अपराध घटित होते हैं और कैसे उन्हें कंट्रोल किया जा सकता है इस बारे में भी बच्चों को बताया। कपूर ने इंटरनेट डिवाइस और शोसल नेटवर्किंग साइट के माध्यम से अपराधी किस तरह से लोगों को अपने जाल में फँसाते है इसकी केस स्टडी भी बताई। उन्होंने सेल्फी को एक बीमारी बताया और साइबर अपराधों की रोक के लिए सेल्फ नियंत्रण को सबसे पहला उपाय बताया।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक वरुण कपूर सायबर अपराध के बारे में देशभर में इस तरह की साडे पांच सौ से ज्यादा कार्यालय आयोजित कर चुके है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध में पिछले 5 साल में सत्रह सौ प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सायबर अपराधों पर नियंत्रण करने के लिए स्मार्ट फोन में उपलब्ध विभिन्न एप्लिकेशन के सही उपयोग करने के तरीके बताए। उन्होंने कहा कि भविष्य में साइबर अपराधों पर नियंत्रण के लिए स्कूल और कालेजों के एजुकेशन में भी इसे शामिल किए जाने पर काम चल रहा है।
इस कार्यशाला में शामिल हुए स्कूली बच्चों ने पाया कि ऐसी बहुत सारी एक्टिविटी थी जिनका उपयोग तो वह करते थे लेकिन उनके माध्यम से होने वाले अपराधों के बारे में उन्हें जानकारी नहीं थी । कार्यशाला में शामिल हुए बच्चों ने कहा कि वह इंटरनेट डिवाइस के माध्यम से होने वाले जाने अनजाने अपराधों से सतर्क भी हुए । इस तरह की जानकारियों को अन्य बच्चों और समाज में भी फैलाएंगे।
@जावेद खान