नई दिल्ली – मौसम की मार से बर्बाद किसान एक तरफ जान देने पर उतारू हैं तो दूसरी तरफ सरकार के रहनुमा उनके जख्मों पर मरहरम लगाने के बजाय नमक छिड़क रहे हैं। मोदी सरकार के वरिष्ठ मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र के अमरावती के दौरे पर किसानों को सलाह दी कि वो अब भगवान और सरकार के भरोसे रहना छोड़ दें। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी जिंदगी बेहतर बनाने के लिए तरीकों को बदलना होगा।
नितिन गडकरी कृषि विकास मेले का उदघाटन करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने किसानों को अपनी मानसिकता बदलने की सलाह देते हुए कहा कि खेती में कामयाबी के लिए उन्हें नई तकनीक अपनाने की जरूरत है।
नितिन गडकरी ने कहा कि भगवान और सरकार पर भरोसा करने के बजाय किसानों को अपनी आय बढ़ाने के लिए खुद पहल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आप अपनी जिंदगी को खुद ही संवार सकते हैं। गडकरी ने कहा कि सरकार की तरफ से उपलब्ध कराई जा रही नई तकनीक और नए तरीकों को अपनाकर किसान अपनी सामाजिक जिंदगी को खुद ही बेहतर बना सकते हैं।
परिवहन मंत्री ने खेती किसानी के बुरे वक्त में भी किसानों से हार नहीं मानने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि फसल चक्र का अध्ययन कर किसानों को अपनी रणनीति उसके अनुरूप बदलनी चाहिए।
विदर्भ किसानों के संदर्भ में गडकरी ने कहा उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में यहां के किसान नई तकनीकों को इजाद कर कुछ हद तक इस पर पार पा सकते हैं। उन्होंने माना कि किसान इन दिनों संकट के दौर से गुजर रहे हैं फिर भी उन्हें हताश नहीं होना चाहिए। उन्हें खुद इस तरह के संकट से निपटने के तरीके ढूढ़ना चाहिए।
मौसम की मार से देश में सैकड़ों किसान अब तक अपनी जान दे चुके हैं। उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश से लेकर पंजाब, हरियाणा और विदर्भ में कई किसानों ने मौत को गले लगाया है। हालांकि केंद्र और राज्य सरकारों ने कुछ राहत पैकेज की घोषणा की है लेकिन ये राहत ऊंट के मुंह में जीरा जैसी ही है।