मथुरा – मथुरा का कस्बा सौंख बुधवार को दूसरे समुदाय के युवक के साथ गई युवती की बरामदगी न होने से सुलग उठा। कस्बे में पंचायत के बाद बाजार बंद करा दिए गए। पंचायत में शामिल कुछ उपद्रवी समुदाय विशेष के घरों और धार्मिक स्थलों निशाना बनाने लगे। दो धार्मिक स्थलों में तोड़-फोड़ कर दरवाजों और सामान में आग लगा दी गई।
एक धार्मिक शिक्षा केंद्र, आरोपी और उसके आस पास के घरों में भी तोड़-फोड़ की गई। कस्बे में दो घंटे तक बवाल होता रहा और पुलिस देखती रही। बाद में भारी संख्या पुलिस, क्यूआरटी व पीएसी के साथ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला। घटना के बाद कस्बे में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है।
भारी संख्या पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। सौंख पहुंची डीआईजी लक्ष्मी सिंह ने भी माना कि पुलिस से चूक हुई है और इसके दोषियों पर सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी। बता दें, शनिवार को कस्बा सौंख की एक युवती को दूसरे समुदाय का युवक बहला फुसलाकर ले गया था।
पुलिस ने शनिवार शाम को ही कोसीकलां में दबिश देकर युवक-युवती को पकड़ भी लिया था, लेकिन युवक के रिश्तेदारों ने पुलिस पर पथराव कर दोनों को छुड़ा लिया था। इसके बाद से कोसीकलां और सौंख में तनाव के हालात थे।
बुधवार सुबह नौ बजे युवती की बरामदगी की मांग को लेकर कस्बे में पंचायत हुई। आस पास के गांवों से करीब पचास से अधिक बाइकों पर युवक गांव सौंख में आ गए थे। इन्होंने सहजुआ थोक में बैठक की। यहां से एसओ मगोर्रा व सीओ सदर राजेश सोनकर युवकों को लेकर सौंख चौकी गए और वहां लड़की बरामद करने को समय मांगने लगे।
इस पर युवकों ने समय देने से इनकार कर दिया और कहा कि पांच दिन का समय पूरा हो गया है। इसके बाद उत्तेजित युवक सौंख कस्बा के बाजार बंद कराते हुए सर्राफा बाजार में पहुंचे और यहां एक धार्मिक स्थल के भीतर घुस गए। वहां रखे सामान, माइक, इन्वर्टर, कूलर पंखे सहित अन्य सामान तोड़ दिया।
पुस्तकें, दरी, चादर आदि को बाहर फेंक कर उसमें आग लगा दी। पथराव करने के साथ ही युवकों ने धार्मिक स्थल के दरवाजे तोड़कर उनमें आग लगा दी। कुछ उपद्रवी आगे खटीकन मोहल्ले में धर्म विशेष के बंद मकानों में घुस गए और तोड़फोड़ की।
खटीकन मोहल्ले में बने एक और धार्मिक स्थल में घुसे और लड़की ले जाने के आरोपी युवक व उसके आस पास के घरों में भी तोड़फोड़ की। बवाल के दौरान पुलिस फोर्स कम थी और वह इनका विरोध करने के बजाए खुद को बचाने में जुटे रहे।
बाद में एसपी ट्रैफिक आशुतोष द्विवेदी, एसपी देहात अजय कुमार, डीएम राजेश कुमार, एसडीएम सदर राजेश कुमार, एडीएम प्रशासन धीरेंद्र कुमार व आसपास के 15 थानों की पुलिस, पीएसी, क्यूआरटी व डीआईजी लक्ष्मीसिंह मौके पर पहुंच गई। तब तक उपद्रवी फरार हो चुके थे। पुलिस की ओर से 500 से अधिक उपदवियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
डीआईजी आगरा लक्ष्मी सिंह ने बताया ‘सौंख में भगाई गई युवती के बरामद न होने को लेकर उपद्रव हुआ है। इलाके में पुलिस तैनात कर दी है और फ्लैग मार्च कराया जा रहा है। पूरे मामले में पुलिस की ओर से लापरवाही निकलकर आ रही है, युवती बरामदगी को स्पेशल टीम गठित कर दबिश दी जा रही हैं। एक दर्जन उपद्रवी हिरासत में लिए हैं। रिपोर्ट दर्ज कराकर कार्रवाई की जा रही है’।