30 दिन का अवकाश सेना के जवान पाते हैं साल भर में
101 दिन की छुट्टी मिलती है रेलवे कर्मचारियों को
110 दिन का अधिकतम अवकाश पाते हैं केंद्रीय कर्मचारी
141 दिन का अवकाश की मौज लेते हैं यूपी के राज्य कर्मचारी
लेकिन सवाल यही है कि सरकार अगर लगातार अवकाश बढ़ा रही है, और उसकी वजह से काम प्रभावित हो रहा है, तो रोज की ड्यूटी में काम के घंटे क्यों नहीं बढाए जा रहे हैं ताकि जनता को कोई परेशानी ना हो। सरकार का छुट्टियां बढ़ाने को लेकर सियासी मायने इसी से समझा जा सकता है कि अखिलेश सरकार ने कर्पूरी ठाकुर के नाम पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है लेकिन जिस राज्य यानी बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं वहां उनके नाम पर बिहार में सार्वजनिक छुट्टी नहीं है, यह हाल तब है जब बिहार की मौजूदा सरकार और उसका सहयोगी दल दोनों के नेता कर्पूरी ठाकुर के सहयोगी रहे हैं। बिहार में यूपी के 141 के मुकाबले 121 सराकारी अवकाश हैं, तो इसको लेकर विपक्षी दल बीजेपी का कहना है कि महापुरुषों के नाम पर राजनीति बंद होनी चाहिए और सरकार को इस को लेकर एक स्पष्ट नीति बनानी चाहिए। अब सवाल ये है कि मात्र वोटबैंक के नाम पर सरकारी अवकाश देने की प्रथा पर रोक लगनी चाहिए ताकि जनता को अपने काम के लिए मुसीबत ना उठाना पड़े|tez