नई दिल्ली- केरल के कोझीकोड के नदापुरम में गुरुवार देर रात आरएसएस के दफ्तर के बाहर बम धमाका हुआ। हमले में चार आरएसएस के कार्यकर्ताओं के घायल होने की खबर है। बताया जा रहा कि यह हमला दो बाइक सवारों ने किया। अचानक वे दफ्तर के पास आए और देसी बम फेंक कर फरार हो गए। हमले के कुछ घंटे बाद आरएसएस के इस दफ्तर से करीब 3 किलोमीटर दूर सीपीएम के ऑफिस को कुछ अज्ञात लोगों ने आग के हवाले कर दिया।
घायलों की शिनाख्त बाबू, विनीश, सुधीर और सुनील के तौर पर हुई है। घायल आरएसएस के कार्यकर्ताओं को राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। राज्य में इससे पहले भी आरएसएस के कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ था। केरल के कोझीकोड के नदापुरम में गुरुवार देर रात आरएसएस के दफ्तर के बाहर बम धमाका हुआ। हमले में 3 आरएसएस के कार्यकर्ताओं के घायल होने की खबर है।
हाल ही में राज्य के कन्नूर जिले में कथित तौर पर माकपा कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के 30 साल के एक कार्यकर्ता की चाकू मारकर हत्या कर दी थी। एक अन्य घटना में थालीपरंबा स्थित आरएसएस के कार्यालय पर एक देसी बम फेंका गया था। हालांकि उस समय घटना में कोई हताहत नहीं हुआ था।
बता दें कि कुंदन चंद्रावत ने केरल में स्वयं सेवकों की कथित तौर पर माकपा कार्यकर्ताओं द्वारा की गई हत्या का बदला लेने पर इनाम देने की घोषणा की थी। उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का सिर कलम करने पर एक करोड़ रुपए के इनाम की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि 300 बेकसूर लोग (आरएसएस से जुड़े) मार दिए गए लेकिन केरल के मुख्यमंत्री ने इसके प्रति आंखें मूंद लीं।
चंद्रावत की इस टिप्पणी से राजनीति में भूचाल आ गया था। हालांकि, आरएसएस ने चंद्रावत की टिप्पणी से अपनी दूरी बना ली। संघ के राष्ट्रीय सह प्रचार प्रमुख जे. नंद कुमार ने कहा कि आरएसएस ऐसी टिप्पणियों की सख्त निंदा करता है। संघ हिंसा में यकीन नहीं रखता।
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि चंद्रावत की टिप्पणी से आतंकी संगठन के रूप में आरएसएस का असली रंग सामने आया है। येचुरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राजग सरकार की चुप्पी पर भी सवाल किया। माकपा पोलित ब्यूरो ने एक बयान में कहा कि सरकार की चुप्पी आरएसएस को इस तरह की निंदा योग्य धमकियों के लिए प्रोत्साहित करता है।
इसने कहा कि इसके जरिए संघ ने इस बात की फिर से पुष्टि की है कि यह हिंसा और आतंक की राजनीति को फैलाता है जैसा कि हाल के महीनों में केरल में भी स्पष्ट दिखा है। पार्टी ने राज्य और केंद्र सरकार से चंद्रावत के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की मांग की।
इसने कहा कि इसके जरिए संघ ने इस बात की फिर से पुष्टि की है कि यह हिंसा और आतंक की राजनीति को फैलाता है जैसा कि हाल के महीनों में केरल में भी स्पष्ट दिखा है। पार्टी ने राज्य और केंद्र सरकार से चंद्रावत के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की मांग की। [एजेंसी]