नई दिल्ली – भोपाल में एनकाउंटर में मारे गए आठ सिमी कैदियों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गई है। सभी कैदियों को कमर से ऊपर गोलियां लगी हैं और हर कैदी को कम से कम दो गोली लगी।
पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक, आठों की मौत गोली लगने से हुई है और उनके शरीर पर कुछ खरोंचें हैं, लेकिन कोई अन्य चोट उनके शरीर पर नहीं पाई गई।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट –
गोली के दो जख्म हर सिमी कैदी को हैं, कइयों को दो-चार से भी ज्यादा।
गोलियां शरीर के हर अंग पर लगी हैं।
ज्यादातर घाव कमर से ऊपर छाती और सिर में।
चार सिमी कैदियों के शरीर में मिली गोलियां।
बाकी चार सिमी कैदियों के शरीर को चीरकर निकली गोलियां।
कुछ कैदियों के पैरों में भी गोलियां लगीं।
सिमी कैदियों के कपड़े जांच के लिए भेज गए हैं।
इस एनकाउंटर से जुड़े वीडियो में देखा जा सकता है कि सिमी कैदियों को जिनके पास हथियार नहीं थे, उन्हें पुलिसवालों ने गोली मार दी। यह पुलिस की शूटआउट से जुड़ी थ्योरी से थोड़ा अलग दिखता है। भोपाल के आईजी योगेश चौधरी ने एक चैनल से कहा कि इनके पास चार देसी कट्टे थे और उन्होंने पुलिसवालों पर गोली चलाई. ऐसा सामने आए उन वीडियो से साफ होता है,
जैसा कि वीडियो में दिखता है, ये लोग खड़े थे और उन पर फायर किया गया। इस बात की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पुष्टि हुई है। यह भी कहा कि उनके पास देसी कट्टे थे और उन्होंने पुलिसवालों पर गोली चलाई, लेकिन उनकी कोई खास डीटेल सामने नहीं आई है। जो तीन पुलिसवाले घायल हुए हैं, उन्हें भी गोली लगने के घाव नहीं हैं। यहीं नहीं सवाल ये भी हैं कि इन सिमी कैदियों के पास इतनी चादरें कहां से आईं और टूथ ब्रश से उन्होंने चाबी कैसे बनाई…. इस एनकाउंटर पर कई सवाल हैं, जिनके जवाब मिलने बाकी हैं। -एजेंसी