मध्यप्रदेश के दमोह के कलेक्टर नीरज सिंह शुक्रवार सुबह सात बजे लगभग 40 किलोमीटर साइकिल चलाते हुए हटा के सिविल अस्पताल पहुंच गए।
अचानक पहुंचे जिलाधिकारी ने अस्पताल में अनियमितताएं मिलने पर अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और व्यवस्था को सुधारने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने अस्पताल के अन्य वार्डों का भी निरीक्षण किया। हाफ पेंट और टीशर्ट में पहुंचे जिलाधिकारी को देखकर स्वास्थ्य कर्मी चौंक गए। जब नीरज सिंह अस्पताल के अंदर पहुंचे तो वहां उन्हें संक्रमित दवाईयां, इंजेक्शन, जगह-जगह पड़े बोतलों के ढेर दिखाई दिए। जिसपर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई।
उन्होंने अस्पताल की एंबुलेंस, चाहरदीवारी को देखा और वहां साइकिल स्टैंड न होने के कारण मरीजों को होने वाली परेशानियों की जानकारी ली।
जिलाधिकारी ने जनरल वार्ड, महिला और पुरुष वार्ड के अलावा एक्सरे रुम और पोषण पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण किया। इस मौके पर उनके साथ एसडीएम नाथूराम गौड़, तहसीलदार ज्योति ठाकुर के साथ अस्पताल के अधिकारी मौजूद रहे।
पहले भी कर चुके हैं औचक निरीक्षण
युवा जिलाधिकारी नीरज कई बार औचक निरीक्षण करके सभी को हैरान कर देते हैं। वह किसी को कुछ बताए बिना अपनी साइकिल से निकल जाते हैं। जिससे कि अधिकारी सकते में आ जाते हैं।
इससे पहले वह दमोह से पथरिया 28 किलोमीटर और 50 किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय कर चुके हैं। यहां तक कि शहर में भी वह साइकिल से निरीक्षण करने के लिए पहुंचे जाते हैं।
इस पर क्या है नीरज का कहना
जिलाधिकारी नीरज सिंह का कहना है कि साइकिल चलाना एक तरह का व्यायाम है। इसी वजह से जब कोई तात्कालिक विजिट नहीं होती है तो मुझे साइकिल से जाना अच्छा लगता है। लोग आसानी से अपनी परेशानियां बता देते हैं।