लखनऊ- बीते साल दिसंबर में राजधानी के फन मॉल स्थित केएफसी स्टोर से लिए गए नमूने में खाद्य एंव औषधी प्रशासन (एफएसडीए) की जांच में केएफसी के प्रोडक्ट फायरी मेरीनेट में केमिकल मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) खतरनाक स्तर तक पाया गया है। हालाँकि अभी रिपोर्ट आना बाकी है ! लेकिन रिपोर्ट आने के बाद एफएसडीए इस प्रोडक्ट की बिक्री पर रोक लगा सकती है।
जीहां फूड प्रोडक्ट में हानिकारक केमिकल्स पाए जाने के मामले में मैगी के बाद इस कड़ी में नया नाम केंटुकी फ्राइड चिकन (केएफसी) का जुड़ गया है। यह रिपोर्ट मेरठ स्थित जनविश्लेषक लैब में केएफसी के प्रोडक्ट सैंपल की जांच के बाद तैयार की गई है। इसमें फूड स्टैंडर्ड एजेंसी (एफएसए) ने प्रतिबंधित मोनोसोडियम ग्लूटामेट पाया गया है। इसके अलावा प्रोडक्ट की पैकिंग पर न ही वैधानिक चेतावनी लिखी थी और न ही इसमें इस्तेमाल होने वाले आइटमों का नाम और मात्रा का उल्लेख किया गया था। इसे पैकेजिंग एंडे लेबिगं एक्ट की धारा 2222.3 का उल्लंघन माना गया है। इस वजह से इस सैंपल को फेल बताया गया है।
मंडलीय खाद्य सुरक्षा अधिकारी नंदलाल का कहना है कि फन मॉल के फूडकोर्ट में संचालित केएफसी के स्टोर से लिए गए नमूने फेल हो गए हैं। केएफसी के प्रोडक्ट फायरी मेरीनेट कमें प्रतिबंधित मोनोसोडियम ग्लूकामेट पाया गया गया है। यह एक गंभीर मामला है। पूरी रिपोर्ट तैयार करके मुख्यालय भेजी जाएगी। साथ ही संबंधित उत्पाद के अनसेफ श्रेणी में फेल आए फायरी मेरीनेट के बैच उत्पाद की बिक्री को यूपी में बंद करवाने की कार्रवाई तय होगी।