पतंजलि एफएमसीजी में अपनी पैठ बना चुका है और इसके संचालक योग गुरु स्वामी रामदेव ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान कहा कि उन्होंने 10,000 करोड़ के पतंजलि समूह के ‘उत्तराधिकार’ की योजना पहले ही बना ली है। उनके मुताबिक उनके ‘उत्तराधिकारी’ उनके द्वारा प्रशिक्षित लगभग 500 साधुओं की एक टीम होगी।
इस शो के दौरान उन्होंने कहा कि मैं कभी छोटा नहीं सोचता, हमेशा बड़ा सोचता हूं। मैं पतंजलि समूह के अगले 100 साल के बारे में सोचता हूं। मेरे जाने के बाद उत्तराधिकारी छोड़ के जा रहा हूं। मेरा उत्तराधिकारी कोई व्यापारी या संसारी नहीं होगा, ये मेरे द्वारा प्रशिक्षित 500 साधुओं की टीम होगी।
वे बताते हैं कि अगले दो सालों में पतंजलि एक लाख करोड़ रुपये की उत्पादन क्षमता हासिल करेगी। वर्तमान में हमारी हरिद्वार ईकाई की उत्पादन क्षमता 15,000 करोड़ है और तेजपुर की 25,000 करोड़ रुपए है। नई ईकाईयां नोएडा, नागपुर, इंदौर और आंध्र प्रदेश में आ रही हैं। 50 छोटी इकाइयां हैं, जहां हम खाद्य तेल, नमक, आदि बना रहे हैं। यहां तक कि अगर हम 1 लाख करोड़ रुपये की उत्पादन क्षमता हासिल करते हैं, तो यह 10 लाख करोड़ रुपये के कुल बाजार का 10 फीसदी हिस्सा ही होगा।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि कंपनी जल्द ही जींस, ट्राउजर्स, कुर्ता, कमीज, सूटिंग, स्पोर्ट्सवियर और योग वियर भी बेचेगी।
योग गुरू के मुताबिक पतंजलि 2018-19 तक यूनिलीवर और अन्य शीर्ष ब्रांड्स को टेक-ओवर करेही और 2020-21 तक पतंजलि की दुनिया के सबसे बड़े एफएमसीजी ब्रांड बनने की योजना है।