समस्तीपुर जिले के ताजपुर में शुक्रवार को पुलिस और पब्लिक की भिड़ंत के बाद बड़ा बवाल मचा है, जिसमें दोनों ओर से फायरिंग हुई है। फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि 15 पुलिककर्मी समेत 25 लोग घायल हो गए हैं। मरने वाले युवक का जितेंद्र कुमार हैं।
लेकिन, एसपी दीपक रंजन का कहना है कि पुलिस की गोली से किसी की मौत नहीं हुई है। उपद्रव कर रहे 10 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ताजपुर की घटना पर दुखद बताते हुए पूरे मामले में जांच के आदेश दे दिये हैं।
सीएम ने तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त और पुलिस उप महानिरीक्षक को घटना स्थल पर जाकर मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दिया है और साथ ही एसएसबी ओर बीएमपी के जवानों की तैनाती कर दी गई है।
दवा कारोबारी की हत्या के बाद मचा बवाल –
पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आक्रोशित लोगों ने आज सुबह से ही जमकर बवाल काटा है। कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया है, पुलिस थाने को निशाना बनाते हुए आक्रोशित भीड़ ने पुलिस कर्मियों पर पथराव किया है और उनकी जमकर पिटाई की है। पुलिस कर्मी सहित पांच लोगों के घायल होने की खबर है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दरभंगा और मुजफ्फरपुर से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया है, पूरी चौकसी बरती जा रही है। लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।
पटना में बुलाई गई हाइ लेवल मीटिंग –
घटना की जानकारी मिलते ही पटना में डीजीपी ने तुरत हाइलेवल मीटिंग बुलाई और पूरे मामले की समीक्षा की। डीजीपी ने तत्काल डीआइजी और आइजी को समस्तीपुर रवाना होने का निर्देश दिया है और कहा है कि राज्य पुलिस मुख्यालय को घटना की पूरी रिपोर्ट सौंपें।
डीजीपी ने कहा है कि दोनों अधिकारी तबतक वहां तैनात रहेंगे जबतक कि स्थिति सामान्य नहीं हो जाती। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, पुलिस ने लाठीचार्ज किया है, इसके जवाब में ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर पथराव किया है। लोग थाने का घेराव किए हुए हैं और लगातार पुलिस वालों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
बुधवार को हुई थी दवा व्यवसायी की हत्या –
बता दें कि ताजपुर के दवा कारोबारी जनार्दन ठाकुर की बुधवार को हत्या कर दी गई थी। दीपावली होने की वजह से गुरुवार को लोगों का गुस्सा नहीं दिखा, लेकिन शुक्रवार सुबह से ही लोग सड़क पर उतर आए। उग्र लोगों ने ताजपुर बाजार बंद करा दिया और एनएच 28 पर आगजनी कर सड़क को जाम कर नारेबाजी हंगामा करने लगे।
आक्रोशित लोगों का कहना है कि दवा कारोबारी की हत्या के बाद पुलिस सुस्त बनी हुई है, पुलिस की ओर से कोई एक्शन नहीं लिया गया है। गुस्साए लोगों ने थाने का घेराव किया और पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी।इसके साथ ही ग्रामीणों ने थाने में खड़ी पांच गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया।
पुलिस ने लोगों को शांत रहने की अपील की लेकिन लोग गुस्से में हंगामा करते रहे। उग्र प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने गोली चला दी, जिसके जवाब में उधर से भी फायरिंग की गई। फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 2 लोग घायल हो गए। हालांकि पुलिस का कहना है कि पुलिस फायरिंग में किसी की मौत नहीं हुई है, मौत ग्रामीणों की ओर से की जा रही गोलीबारी में ही मौत हुई है।
पुलिस का कहना हैे कि ग्रामीणों के साथ कुछ असामाजिक तत्व भी भीड़ में शामिल हैं जिनके पास हथियार हैं। ग्रामीण की मौत के बाद ताजपुर में तनाव बढ़ गया है। पुलिस के जवानों ने खुद को थाने में कैद कर लिया है। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की जा रही है।
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं और पुलिस सुस्त बनी हुई है, ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस अपराधियों से मिली हुई है। कुछ दिन पहले अपराधियों ने एक लड़की को घर में घुसकर उठा लिया, उसका कोई पता ठिकाना नहीं मिला। फिर दवा कारोबारी की हत्या कर दी गई और पुलिस ने कोेई जांच नहीं की।