मध्यप्रदेश के छतरपुर के अस्पताल में सुविधा के बिगड़े हालातों का काला सच उस वक्त सामने आया जब परिवार नियोजन के लिए अस्पताल पहुंची एक महिला को जमीन पर लेटकर इंतजार करना पड़ा। हालात बद से बदतर उस वक्त दिखे ऑपरेशन के बाद उसे स्ट्रेचर न होने के चलते उसे परिवार को कंधे पर लादकर घर ले जाना पड़ा।
ये वाक्या मध्यप्रदेश में हेल्थकेयर के बिगड़े हालातों को बयां कर रहा है। दरअसल, अस्पताल में फैमिली प्लानिंग के लिए मेडिकल कैंप लगा था और यहां महिलाएं ऑपरेशन के लिए पहुंच रही थीं, लेकिन उन्हें प्रशासन की नाकामी का सामना करना पड़ा।
महिला के परिवार ने बताया कि उसे टैक्सी में अस्पताल लाना पड़ा था और जब वे यहां पहुंचे तो महिला को फ्लोर पर ही लेटना पड़ा। दरअसल, मेडिकल कैंप की वजह से वहां भीड़ बढ़ गई थी और प्रशासन को इस बात की जानकारी भी थी, इसके बावजूद कारगर कदम नहीं उठाए गए।
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक चीफ मेडिकल एंड हेल्थ ऑफिसर डॉ. अशोक तिवारी ने कहा कि अस्पताल की नई बिल्डिंग के निर्माण के चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, उन्हें मामले को गंभीरता से लिया और कहा कि वे इसके खिलाफ सख्त जांच करवाएंगे।