करीमनगर : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी अपने विवादस्पद बयान को लेकर फिर से सुर्खियों में हैं। करीमनगर में लंबी बीमारी के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए अकबरुद्दीन ओवैसी ने मॉब लिंचिंग पर मुसलमानों को शेर बनने की सलाह दी और एक बार फिर अपनी 15 मिनट वाली बात दोहराई। उन्होंने कहा कि दुनिया उसी को डराती है जो डरता है और दुनिया उसी से डरती है जो डराना जानता है।
अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मॉब लिंचिंग करने वाले और आरएसएस वाले इसीलिए उनसे डरते हैं। उन्होंने कहा, ‘उन्होंने मुसलमानों को शेर बनना होगा ताकि कोई चायवाला उनके सामने खड़ा न हो सके। लोग आज कह रहे हैं कि मॉब लिंचिंग। मैं अपने लोगों से कहता हूं कि आप लोग इतने परेशान हैं, परेशान मत हो। नौजवानों मैं आपसे कहूंगा कि जो हम यहां करेंगे, उसके बदले में जन्नत या जहन्नूम मिलेगी। शहीद जन्नतों की जन्नत जाता है। नौजवानों वे नारा कुछ भी लगवाएं तुम सिर्फ अल्लाह का नाम लो।’
‘वे लोग मेरे खून के प्यासे’ ओवैसी ने कहा, ‘शहादत का जज्बा आ जाएगा तो कोई मॉब लिंचिंग करने वाला या आरएसएस वाला हमारा कुछ भी नहीं कर पाएगा। याद रखो दुनिया उसी को डराती है जो डरता है और दुनिया उसी से डरती है जो डराना जानता है। सौ सुनार की एक लुहार की। इसीलिए वे अकबरुद्दीन से नफरत क्यों है क्योंकि वे डरते हैं।’ इस दौरान उन्होंने ’15 मिनट’ वाली बात भी दोहराई।
बता दें कि अकबरुद्दीन ओवैसी ने 2013 में कहा था कि हम (मुसलमान) 25 करोड़ हैं और तुम (हिंदू) 100 करोड़ हो, 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दो, देख लेंगे किसमें कितना दम है। दुश्मन आज मजबूत हो रहा है कि क्योंकि हम बंटे हुए हैं। अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘हमें न जीताओ कोई बात नहीं लेकिन हमें बीजेपी की जीत मंजूर नहीं है। यहां बीजेपी चुनाव न जीत पाए, इसको सुनिश्चित करना है… वे लोग मेरे खून के प्यासे हैं और उनके खिलाफ मुसलमान एक हो जाएं।’