गोरखपुर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन करने आए केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि नागर विमानन क्षेत्र में क्रांति साफ तौर पर देखी जा सकती है।
वर्ष 2013 में सफर करने वाले घरेलू यात्रियों की संख्या करीब छह करोड़ थी, जो 2018 में 12 करोड़ हो गई है। यानी दोगुनी बढ़ोतरी हुई है। उस दौरान 75 एयरपोर्ट संचालित थे, जो अब बढ़कर 100 हो गए हैं। जिस एयरपोर्ट पर महज दो से तीन फ्लाइट की सुविधा थी, वहां संख्या बढ़कर 30 हो गई।
उन्होंने कहा कि ऑटो रिक्शा से भी विमान का किराया कम हो गया है। बोले- इंजीनियर हूं। आंकड़ों के हिसाब से बात करता हूं। वर्तमान में ऑटो का किराया 10 रुपये प्रति किलोमीटर है जबकि विमान में सफर के लिए करीब चार रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से ही किराया खर्च करना पड़ रहा है।
देश में ही बनेंगे विमान और ड्रोन
वहीं केंद्रीय नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि दुनिया की तुलना में भारत का विमानन क्षेत्र 20 फीसदी ज्यादा तेजी से दौड़ रहा है। यही रफ्तार रही तो जल्द ही एक हजार विमान खरीदने पड़ेंगे।
हवाई चप्पल पहनने वाले भी हवाई सफर कर सकेंगे, की बात कहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना पूरी तरह साकार हो रहा है। किसी को उम्मीद नहीं थी कि इतनी जल्द रेलवे- बस स्टेशनों की ही तरह हवाई अड्डों पर भी भीड़ दिखाई देगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विमानन क्षेत्र की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए सरकार नई नीति बनाने की तैयारी में है। मंशा है कि अमेरिका और यूरोप से विमान न खरीदा जाए।
देश में ही विमान और ड्रोन बनाने की व्यवस्था की जा रही है। इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि विमान, ड्रोन निर्माण के कुछ हिस्से की जिम्मेदारी यूपी को भी दी जाएगी। इससे यूपी की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने गोरखपुर एयरपोर्ट को मुंबई, दिल्ली और कोलकाता एयरपोर्ट जैसा बनाने का भरोसा दिलाया और कहा कि गोरक्ष नगरी का एयरपोर्ट आधुनिक सुविधा-संसाधनों से लैस होगा। टर्मिनल के दो फेज का काम पूरा हो चुका है।
उद्घाटन समारोह में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला और यूपी सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी समेत कई भाजपा नेता, अफसर मौजूद रहे।