मुंबई : महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि हम महाराष्ट्र को स्थिर सरकार देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए अजित पवार ने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद। हम एक स्थिर सरकार सुनिश्चित करेंगे जो महाराष्ट्र के लोगों के कल्याण के लिए कड़ी मेहनत करेगी।
एनसीपी ने अजित पवार को विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया है लेकिन अजित का कहना है कि मैं अभी भी एनसीपी में हूं, और हमेशा रहूंगा, और शरद पवार हमारे लीडर हैं। अजित पवार ने कहा कि हमारा भाजपा-राकांपा गठबंधन अगले पांच वर्षों के लिए महाराष्ट्र में एक स्थिर सरकार प्रदान करेगा। सरकार राज्य और लोगों के कल्याण के लिए ईमानदारी से काम करेगी।
Maharashtra Deputy CM, Ajit Pawar: I’m in NCP & shall always be in the NCP, and Sharad Pawar saheb is our leader. Our BJP-NCP alliance shall provide a stable Government in Maharashtra for the next five years which will work sincerely for the welfare of the state and its people. pic.twitter.com/QK3vkLBvPD
— ANI (@ANI) November 24, 2019
अजित पवार ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि चिंता करने की बिलकुल जरूरत नहीं है, सब ठीक है। हालांकि थोड़ा धैर्य आवश्यक है। आप सभी के समर्थन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
There is absolutely no need to worry, all is well. However a little patience is required. Thank you very much for all your support.
— Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) November 24, 2019
पीएम मोदी के अलावा अजित पवार ने गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत उन सभी नेताओं को धन्यवाद कहा जिन्होंने महाराष्ट्र का उप मुख्यमंत्री बनने पर उन्हें शुभकामनाएं दीं।
बता दें कि अजित पवार ने शनिवार को भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली थी। देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी जबकि अजित पवार को उप मुख्यमंत्री बनाया गया।जिसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया। आज सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई हुई।
महा विकास अघाड़ी (एनसीपी-शिवसेना और कांग्रेस गठबंधन) की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने अदालत में कहा कि यदि भाजपा के पास बहुमत है तो वह आज ही बहुमत परीक्षण कराए।
वहीं दूसरे वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि जब हमने शाम के सात बजे सरकार बनाने की घोषणा की थी तो राज्यपाल ने इंतजार क्यों नहीं किया। भाजपा, कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने सभी पक्षों को नोटिस जारी कर दिया है। अब मामले की सोमवार सुबह साढ़े दस बजे फिर से सुनवाई होगी।