तेलंगाना में विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं में छिड़ी जुबानी जंग रुकने का नाम नहीं ले रही है। बड़े भाई और एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पर योगी आदित्यनाथ के बयान पर अकबरुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी और सीएम योगी को लेकर विवादित बयान दिया है।
हैदराबाद के चारमिनार विधानसभा क्षेत्र में रैली को संबोधित करते हुए अकबरुद्दीन ने कहा कि ”चाय वाले, हमें मत छेड़, चाय-चाय चिल्लाते हो, याद रखो इतना बोलूंगा-इतना मारूंगा कि कान में से पीक निकलने लगेगा, खून निकलने लगेगा”।
अकबरुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि, ”आज एक और आया, वो कैसे-कैसे कपड़े पहनता है, तमाशे जैसा दिखता है। किस्मत से चीफ मिनिस्टर भी बन गया, कह रहा है निजाम की तरह ओवैसी को भगाऊंगा, अरे तू क्या, तेरी हैसियत क्या, तेरी बिसात क्या, तेरे जैसे 56 आए और चले गए, अरे ओवैसी को छोड़ो, उसकी आने वाली 1000 नस्लें भी इस मुल्क में रहेंगी और तुझसे लड़ेंगे। तेरा मुकाबला करेंगे और तेरी मुखालफत करेंगे”।
बता दें कि इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने एक चुनावी रैली में असदुद्दीन ओवैसी पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि यदि तेलंगाना में भाजपा सत्ता में आई तो ओवैसी को हैदराबाद से उसी तरह से भागना पड़ेगा जैसे निजाम भागा था। भाजपा सरकार सभी को सुरक्षा मुहैया कराएगी लेकिन अराजकता फैलाने वालों को छोड़ेगी नहीं।
विकाराबाद जिले के तंदूर कस्बे में लोगों को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस और टीआरएस पर मुस्लिमों के तुष्टिकरण और धर्म के आधार पर योजनाएं बनाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि भाजपा नीतियां बनाने में धर्म, जाति या वर्ग के आधार पर भेदभाव नहीं करती है।
उधर, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आरोप लगाया कि टीआरएस और कांग्रेस, दोनों ही पार्टियां अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण का काम कर रही हैं।
इसीलिए एआईएमआईएम के असदुद्दीन औवेसी ने कहा कि राज्य में कोई भी मुख्यमंत्री बने, उसे उनकी पार्टी के आगे झुकना पड़ेगा।
गोरतलब है कि तेलंगाना में बुधवार यानी 5 दिसंबर को चुनाव प्रचार खत्म होगा। टीआरएस जहां अकेले 107 सीटों पर सत्ता में वापसी के लिए चुनाव लड़ रही है।
वहीं कांग्रेस ने वहां ‘प्रजा कुटामी’ (पीपुल्स एलांयस) के नाम से तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी), भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (सीपीआई) और तेलंगाना जन समिति (टीजेएस) के साथ गठबंधन किया है। इनमें कांग्रेस के 94 सीटों पर प्रत्याशी हैं। भाजपा अकेले चुनाव मैदान में है।