लखनऊ- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह द्वारा मंगलवार को वाराणसी में एक दलित परिवार के घर भोजन करने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सपा के नेता दलितों के घर खाना खाने का ढोंग नहीं करते।
मुख्यमंत्री अखिलेश ने यहां मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा, “इसके पहले भी एक नेता दलितों के घर बिसलरी की बोतल के साथ खाना खा चुके हैं। चुनाव में क्या परिणाम आया, किसी से छिपा नहीं है। इसलिए हम दलितों के घर भोजन करने का ढोग नहीं करते।” अखिलेश का इशारा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की ओर था।
गौरतलब है कि शाह ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के तहत आने वाले सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र के जोगियापुर गांव में गिरिजा प्रसाद बिंद नामक दलित के यहां दोपहर का भोजन किया। इसके बाद से विरोधियों ने उनपर हमला शुरू कर दिया है।
अखिलेश ने कहा कि मजदूर दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने भी मजदूरों के साथ खाना खाया था, लेकिन बगल में बैठी महिला मजदूर से उन्होंने उसकी जाति नहीं पूछी थी।
मुख्यमंत्री अखिलेश मंगलवार को कैबिनेट की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “समाजवादी पार्टी (सपा) नंबर और सर्वे की परवाह नहीं करती। सही मायने में फैसला जनता करती है। जनता ही नंबर एक और नंबर दो बनाती है। इसलिए सपा सिर्फ जनता की चिंता करती है।”
उप्र में शराबबंदी के बारे में पूछने पर अखिलेश ने जनता से अपील करते हुए कहा कि “शराब नहीं पीनी चाहिए। जो लोग दवा समझ कर इसे पी रहे हैं, उन्हें भी इसे छोड़ देनी चाहिए।”