लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है कि उप्र पुलिस ने भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाने की सुपारी ले रखी है।
लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अखिलेश यादव ने यह बात कही। उन्होंने पूर्व विधायक प्रदीप यादव की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कहा कि क्या कोई कल्पना कर सकता है कि कोई पुलिस अधिकारी किसी पूर्व सांसद से या पूर्व विधायक से हाथापाई करेगा।
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, “ऐसा लग रहा है कि पुलिस ने भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने की सुपारी ले रखी है। हमारे कार्यकर्ता, जिला पंचायत सदस्य डरे हुए हैं। रात भर सो नहीं पा रहे हैं। उन पर दबाव बनाया जा रहा है कि भाजपा को वोट करें। जो ऐसा नहीं कर रहा है, उसका उत्पीड़न किया जा रहा है।”
अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्यू इंडिया पर तंज कसते हुए कहा कि उप्र में डिजिटल मुख्यमंत्री बैठा है। डिजिटल मुख्यमंत्री को कुछ दिखाई नहीं दे रहा है।
थानों में कृष्ण जन्माष्टमी मनाने पर रोक लगाने वाले आरोप पर अखिलेश ने कहा, “मुख्यमंत्री बताएं कहां से उन्हें पता चला कि थानों में जन्माष्टमी नहीं मनाई जा रही है। बताएं 100 साल में एक बार भी थानों में जन्माष्टमी न मनाई गई हो। अब जब भी समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार बनेगी तो हम प्रत्येक थानों को 5-5 लाख रुपये जन्माष्टमी मनाने के लिए देंगे।”
उन्होंने कहा कि गोरखपुर में बच्चों के मौत के मामले पर सरकार ने सच छुपाया है। ऑक्सीजन सप्लाई में भ्रष्टाचार हुआ है। इसकी जांच सीबीआई से कराकर सरकार सच सामने लाए।
किसानों की कर्जमाफी पर अखिलेश यादव ने योगी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा, “किसानों को लघु, सीमांत की श्रेणी में बांट दिया गया है। ऋण माफी में भाजपा सरकार ने कई पेंच फंसा दिए। हमें पूरे प्रदेश में कर्ज माफी की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।” गुरुवार को अखिलेश पूर्व विधायक प्रदीप यादव से मुलाकात करने औरैया जा रहे थे, तभी उन्हें और उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया गया था।