लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के बाद गाजीपुर में भीड़ की पत्थरबाजी में करीमुद्दीनपुर थाने में तैनात सुरेश वत्स की जान चली गई। सिपाही की मौत के बाद अब इस पर राजनीति शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि मंच पर पहुंचते ही सीएम को एक ही भाषा आती है, ठोक दो। कहा कि कभी पुलिस को समझ नहीं आता किसे ठोकना है, कभी जनता को समझ नहीं आता किसे ठोकना है।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने गाजीपुर में हुए पथराव में सिपाही सुरेश वत्स की मौत पर दुख जताया। साथ ही कहा कि ये घटना इस लिए हुई है क्योकि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की एक ही भाषा है ठोक दो। कहा कि कभी पुलिस को समझ नहीं आता है किसे ठोकना है, तो कभी जनता को समझ नहीं आता है किसे ठोकना है। कहा कि गाजीपुर में सुरेश वत्य की मौत उसी का नतीजा है।
गाजीपुर में एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली थी तो दूसरी तरफ सहयोगी पार्टी सुभासपा के साथ-साथ निषाद समाज भी आरक्षण की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहा था। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जब प्रधानमंत्री शहर से चले गए तब पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शहर में कई जगहों पर जाम लगा दिया और रैली से लौट रहे वाहनों पर पथराव करने लगे। इस जाम को खुलवाने में जिले के थाना करीमुद्दीन पुर में पदस्थ सिपाही सुरेश वत्स (48) भी लगे हुए थे। पथराव में एक पत्थर सुरेश के सिर में भी लग गया और वह बुरी तरह से जख्मी हो गये। उन्हें तुंरत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
नोनहारा पुलिस स्टेशन के एसएचओ इंद्र राकेश मिश्रा ने बताया कि जब हम पीएम की रैली के बाद वापस लौट रहे थे तो हमने इन प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की। लेकिन इसी बीच अचानक इन लोगों ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिए, जिसमे से एक पत्थर हेड कॉस्टेबल वत्स को लग गया और वह जमीन पर गिर गए। एसपी गाजीपुर यशवीर सिंह ने बताया कि हमने मौके से दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं, साथ ही हमने प्रदर्शनकारियों के कई वीडियो भी शूट किए हैं, हम आरोपियों की पहचान कर रहे हैं। आपको बता दें कि वत्स के परिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 40 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है।
एडीजी वाराणसी जोन पीवी रामा शास्त्री ने बताया कि इस मामले में अबतक 32 लोगों का के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। जबकि 70 से 80 लोगों के खिलाफ अज्ञात में एफआईआर दर्ज कर ली गई हैं। एडीजी ने बताया कि हमने इस मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आपको बता दें कि इस घटना में 7 पुलिसवाले जख्मी हुए हैं। घटना के बाद हेड कॉस्टेबल सुरेश वत्स के परिजनो को मुख्यंमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 40 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है।