उपचुनाव में हुए बवाल के बाद आज औरेया जाने के लिए निकले अखिलेश यादव को उन्नाव-एक्सप्रेसवे पर हिरासत में ले लिया गया। पुलिस उन्हें लेकर नवाबगंज गेस्टहाउस के लिए रवाना हो गई। अखिलेश को हिरासत में लिए जाने के बाद समाजवादी कार्यकताओं ने हाईवे पर हंगामा शुरू कर दिया।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हो रहे उपचुनाव के पर्चा दाखिले में बुधवार को जमकर बवाल हुआ था। सपाई एवं भाजपाई आमने- सामने हो गए थे। इस दौरान आगजनी व पथराव भी हुआ था।
पुलिस ने सपा के पूर्व विधायक प्रदीप यादव को हिरासत में ले लिया था। पूर्व विधायक ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया है। बवाल के बीच भाजपा समर्थित उम्मीदवार के रूप में दीपू सिंह एवं सपा समर्थित उम्मीदवार सुधीर यादव ने नामांकन दाखिल किया था।
जिला पंचायत अध्यक्ष रहे राजवीर सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास होने के बाद यहां उपचुनाव हो रहा है। भाजपा समर्थित दीपू सिंह एवं सपा समर्थित सुधीर यादव उर्फ कल्लू आमने- सामने हैं। सुधीर यादव के खिलाफ सप्ताहभर पहले रेप का मामला दर्ज हुआ था, जिसमें वह वांछित हैं।
बुधवार को नामांकन का दिन था। पुलिस ने मुख्यालय में बनाए गए नामांकन कक्ष से करीब 20 किलोमीटर की परिधि में नाकेबंदी कर दी। भाजपा समर्थित दीपू सिंह वाहनों के काफिले के साथ दो सेट में नामांकन किए।
इसी बीच सपाइयों को सूचना मिली कि पुलिस सुधीर यादव को गिरफ्तार कर सकती है। इससे वे एकजुट हो गए। दिबियापुर तिराहे पर सपाइयों और भाजपाइयों के बीच टकराव हो गया।
मारपीट और पथराव में दर्जनभर से ज्यादा गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। सपाई पुलिस और प्रशासन पर सत्ता पक्ष के इशारे पर मनमानी करने का आरोप लगा धरने पर बैठ हैं। अखिलेश इसी मामले में अपने कार्यकताओं के साथ औरैया जा रहे थे, जब उन्हें हिरासत में लिया गया।
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