राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने दिल्ली के लखनऊ के तक ‘आजम खान एफआईआर यात्रा’ निकालने की योजना बनाई है।
16 अक्टूबर से प्रस्तावित इस यात्रा में अमर के निशाने पर मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव और आजम खान रहेंगे। अमर सिंह जब समाजवादी पार्टी में थे, तब भी आजम खान से उनके रिश्तों में तल्खी थी।
पार्टी से बाहर किए जाने के बाद, अमर ने कई मौकों पर यादव पिता-पुत्र और आजम खान को निशाने पर लिया है। अमर सिंह ने अपनी यात्रा की योजना बनाते समय इस बात का ध्यान रखा है कि सपा के हिस्से वाली लोकसभा सीटें जैसे- फिरोजाबाद, मैनपुरी और कन्नौज कवर हो जाए। 2014 के लोकसभा चुनाव में इन तीन सीटों को मिलाकर सपा कुल पांच सीटें जीती थीं।
अमर सिंह को एक हिंदुत्ववादी संस्था, युवा हिंदू वाहिनी भारत ने गुरुवार (27 सितंबर) को अपना संरक्षक बनाया।
अपने घर पर पत्रकारों से बात करते हुए अमर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बार-बार शुक्रिया अदा किया। अमर सिंह ने कहा कि वह उनकी वजह से जीवित हैं।
अमर सिंह ने ट्विटर पर पोस्ट एक वीडियो में कहा, ”हम लोग जब पूरी संख्या के साथ रामपुर गए थे तो यह सोचकर नहीं गए थे कि हम सुरक्षित लौटेंगे। हम एक दुष्ट के द्वार पर जाकर उन्हें चुनौती देने गए थे। लेकिन योगी जी और मोदी जी, इन लोगों ने इस बात की विशेष चिंता की कि हम सुरक्षित वापस आ सकें। ताकि हम धर्मयुद्ध लड़ सकें। निरतरंता से तुष्टीकरण की राजनीति के विरुद्ध हिंदुत्व की ध्वजा का आरोहण कर सकें।”
करीब साल से अमर सिंह मोदी और भाजपा की तारीफ कर रहे हैं।सिंह ने कहा था कि ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न तो कोई चुनाव हारे हैं, और न ही अब कोई चुनाव हारेंगे।
उन्होंने कहा कि मोदी को फिलहाल चुनावी राजनीति में पराजित करने का दम देश के किसी नेता में नहीं है।”
योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में सरकार काफी अच्छा काम कर रही है। योगी की सरकार है, किसी भोगी की नहीं।
योगी काठ के तख्त पर सोते हैं, उन्हें एसी की जरूरत नहीं। ऐसे व्यक्ति के बारे में कुछ भी गलत बोलना प्रासंगिक नहीं है।