अमेरिका में कोरोना को फैले शुक्रवार को 1 साल पूरे हो गए हैं। इस दौरान बाइडेन ने देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अंधकार में रोशनी खोजना अमेरिका का सबसे अच्छा काम है। वास्तव में यह अधिकतर अमेरिकन का काम हो सकता है। बाइडेन ने कहा कि एक साल पहले यह वायरस खामोशी से आया और सभी में फैल गया। इस वायरस ने हमें बहुत आघात पहुंचाया। कुछ दिनों, हफ्तों, महीनों तक हम इसे नजरंदाज करते रहे। लापरवाही से कई मौतें हो गईं। यह सब कुछ अलग था। इस वायरस की वजह से हम सभी ने कुछ न कुछ खो दिया। बाइडेन ने इसे सामूहिक बलिदान बताया।
कोरोना में पहले और दूसरे विश्व युद्ध से ज्यादा मौतें हुईं
बाइडेन ने आगे कहा, मुझे पता है कि यह कठिन है। मेरे पास एक कार्ड है। इसमें अमेरिका में कोरोना से मरने वाले लोगों का आंकड़ा है। अब तक अमेरिका में 527,726 मौतें हो चुकी हैं। यह आंकड़ा पहले, दूसरे विश्वयुद्ध, वियतनाम युद्ध और 9/11 से भी ज्यादा है।
19 खरब के राहत पैकेज पर साइन किए
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 19 खरब के राहत पैकेज पर साइन किए। इस राहत पैकेज को उन्होंने कोरोना की वजह से दिक्कत झेल रहे लोगों के लिए लाभदायक बताया। उन्होंने कहा कि कोरोना से दिक्कत झेल रहे लोगों, बिजनेसमैन को मदद मिलेगी और इकोनॉमी को भी बूस्ट मिलेगा।